नई दिल्ली। दुनिया इन दिनों कोरोना महामारी से जूझ रहा है। दुनियाभर से लोग इस वायरस की चपेट में आ रहे है। इसी बीच अब इराक से एक दुखद खबर सामने आई है। इराक की राजधानी बगदाद में एक कोविड अस्पताल में भीषण आग लगने से 82 मरीजों की जान चली गई, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना के बाद प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कादिमी ने दुख व्यक्त करते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं।
उन्होंने कहा “इस तरह की घटना लापरवाही का सबूत है और इसलिए मैंने निर्देश दिया कि अस्पताल के प्रबंधक और सुरक्षा के रख-रखाव के लिए एक जांच तुरंत शुरू की जाए और सुरक्षा व रखरखाव के प्रमुखों समेत संबंधित सभी लोगों को तब तक हिरासत में रखा जाए जब तक कि हम उन लापरवाही की पहचान न करें और उन्हें जवाबदेह ठहराएं।
बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन सिलिंडर फटने की वजह से अस्पताल में भीषण आग लग गई। आग लगने की सूचना आनन-फानन में दमकल विभाग को दी गई। मौके पर पहुंची दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश की और मरीजों को बाहर निकाला। इस अस्पताल में कोरोना के कई गंभीर मरीज ICU में भर्ती थे।
मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट के बाद अस्पताल में भीषण आ लग गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। वहीं कुछ लोग अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियों से ही कूदने लगे। यहां तक डॉक्टर भी अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूदने लगे। कई लोग बाहर खड़ी गाड़ियों में जा गिरे, जिससे उन्हें काफी चोटें आई है।
अस्पताल के एक डॉक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि आग लगने के वक्त अस्पताल में कम से कम 120 मरीज मौजूद थे। अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। बता दें कि इराक में कोरोना संक्रमण के हर दिन 8 हजार से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। सरकार लगातार कोरोना वैक्सीन का टीका लगाने का अनुरोध कर रही है। लेकिन देश के स्वास्थ्य व्यवस्था और वैक्सीन पर भरोसा नहीं होने के कारण लोग सामने नहीं आ रहे हैं।