पश्चिम बंगाल के चुनाव में टीएमसी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। काउंटिंग से पहले ये लग रहा था कि बीजेपी इस बार बंगाल में अपनी सरकार बनाने में कामयाब रहेगी लेकिन ऐसा होता नहीं दिखा। शुरुआती रुझान में कांटे की टक्कर देखने के बाद आखिरकार ममता का मैजिक एक बार चलता दिखा। 200 सीटों पर लीड लेने के बाद अब बंगाल की तस्वीर साफ होती दिख रही है। वहीं बीजेपी को 90 से 98 सीटों पर ही संतोष करना पड़ेगा। इस चुनाव में बीजेपी के तरफ से दिग्गज नेता कई जगहों से पीछे चल रहे हैं।
आईए जानते हैं आखिर वो कौन से कारण है जो बीजेपी पर हावी दिखें
बीजेपी ने भले ही अपने सारे घोड़े इस चुनाव में दौड़ा दिए हो लेकिन हकीकत यही है कि बंगाल में स्थानीय नेता और ममता के सामने कोई बड़ा चेहरा पार्टी नहीं दे सकी। जनता को पता था कि पीएम मोदी बंगाल में जीत के बाद शायद ही कभी इस तरह से नजर आए,वहीं बीजेपी की ओर से कोई भी बड़ा स्थानीय नेता जी जान से लड़ता नहीं दिखा। वहीं सीएम फेस को लेकर भी जनता ये तय नहीं कर पाई कि किसे देखकर वो वोट दें।
लेफ्ट का वोट टीएमसी को खिसका
बीजेपी को उम्मीद थी कि ये मुकाबला सीधा है। यहां लेफ्ट की कोई जगह नहीं है। लिहाजा लेफ्ट और कांग्रेस का सारा वोट ममता के खाते में चला गया। मुस्लिम समुदाय का बड़ा वोट बैंक ममता के खेमें जाने से बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी। नतीजों में जिन इलाकों को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था वहां बीजेपी को हराने के लिए टीएमसी को वोट पड़े मालदा इसका एक बड़ा उदाहरण है।
सेंधमारी में बीजेपी कामयाब, लेकिन जादुई आंकड़ा दूर
लेफ्ट का वोट बैंक में बीजेपी ने सेंधमारी तो की लेकिन वो लोकसभा में दमदार प्रदर्शन करने वाली बीजेपी विधानसभा में पिछड़ गई। वोट परसेंट की यदि बात करें तो बीजेपी और टीएमसी के बीच 12 फीसदी से भी ज्यादा का अंतर देखा गया था।साथ ही साथ जो लोग बीजेपी से नाखुश थे वो सीधा वोट टीएमसी को डाल गए।
ध्रुवीकरण का मुद्दा फेल
बीजेपी को उम्मीद थी कि इस बार श्रीराम के नारे के साथ वो बंगाल फतह करेगी। वोटों का ध्रुवीकरण होगा और इसका सीधा फायदा पार्टी को होगा। लेकिन रुझानों के आते ही ये मुद्दा भी फुस्स हो गया है। क्योंकि स्थानीय लोगों ने मुद्दों से ज्यादा ममता पर अपना भरोसा जताया ।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट के जरिए की थी भविष्यवाणी
राजनीतिक धुरंधरों के लिए काम करने वाले प्रशांत किशोर ने पहले ही ये भविष्यवाणी की थी कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी 2 डिजिट के आंकड़ों से आगे नहीं जा पाएगी। यदि ऐसा नहीं हुआ तो वो अपना काम छोड़ देंगे। लोगों ने इस ट्वीट को हल्के में लिया था लेकिन अब उनका ये ट्वीट भी ट्रेंड हो रहा है।
For all the hype AMPLIFIED by a section of supportive media, in reality BJP will struggle to CROSS DOUBLE DIGITS in #WestBengal
PS: Please save this tweet and if BJP does any better I must quit this space!
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 21, 2020