ग्रैंड न्यूज, भोपाल। कोरोना महामारी के संकट काल में मीडिया की भूमिका को लेकर अब राज्य सरकारों की भी नींद टूटने लगी है। रविवार को ओड़िसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रदेश के सभी पत्रकारों को प्रथम पंक्ति का कोरोना योद्धा घोषित किया। आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को कोरोना योद्धा का दर्जा दिए जानेे की घोषणा कर दी है।
हमारे पत्रकार मित्र कोविड के खतरनाक काल में अपनी जान जोखिम में डाल कर अपने धर्म का निर्वाह कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में सभी अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को हमने फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करने का फैसला किया है: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान #COVID19 pic.twitter.com/jncETzUFDk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 3, 2021
उल्लेखनीय है कि देश में विगत 15 महीनों से कोरोना काल चल रहा है। इस भीषण संकट के समय भी देशभर के मीडिया कर्मी अपनी जान को जोखिम में डालकर लगातार एक तरफ जहां हर तरह की खबरें जुटा रहे हैं तो दूसरी तरफ इस भयावह बीमारी से बचने के लिए लोगों से अपील भी कर रहे हैं।
मुसीबत के इस दौर में पत्रकार गण बिना किसी बात की परवाह किए हर हकीकत को सामने ला रहे हैं ताकि जो लोग इस महामारी से अब तक महफूज है वे आगे भी रह सके। इसके साथ ही अस्पतालों की खामियां और प्रशासनिक आंवले की कमजोरियों को बाहर लाकर शासन प्रशासन की आंख और कान बने हुए हैं।
यह मीडिया की सतर्कता ही है जिसकी वजह से देश में मुसीबत में फंसे लोगों को तत्काल सुविधाएं भी मिल जा रही हैं और उनकी समस्याओं का निदान भी होता जा रहा है। ऐसे समय में जब डॉक्टरों पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अमले को कोरोना योद्धा का दर्जा मिल रहा है तो स्वाभाविक तौर पर पत्रकारों और उन कैमरापर्सन को भी यह सम्मान दिया जाना चाहिए।