सक्ति। पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा सक्ती नगर मंडल अंकित अग्रवाल के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कोविड नियमों का पालन करते हुए कार्यकर्ता अपने घरों के सामने तख्तियां लेकर विरोध किया और ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की। इस दौरान भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने बंगाल में हमलों में मृतक भाजपा कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि भी दी गई।
भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने हाथ में पोस्टर लेकर कहा- तृणमूल की जीत नहीं, ये तो उन्माद है। रोता है शांति निकेतन, खेल रही क्यों आग है। युवा मोर्चा नगर मंडल अंकित अंकित अग्रवाल.ने कहा कि दीदी ने अपने नाम में ममतामयी शब्द को आग लगाकर पूरे समाज को जैसे हिंसा की आग में झोंक दिया है। उनकी यह हरकत माफी के लायक नहीं है। सूर्य प्रकाश गुप्ता लालू, ममता बनर्जी की पार्टी जो खेला कर रही है, उससे उनकी पार्टी का नाम धूमिल हुआ है। उन्होने कहा कि हिंसा का तांडव प्रजातंत्र के इतिहास का सबसे कलंकित करने वाला अध्याय और दिन है। गरीब भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों और झोपड़ियों को तोड़कर नष्ट किया जा रहा है। भाजपा कार्यालयों को आग के हवाले किया जा रहा है। चिराग अग्रवाल.ने बताया कि धरना आंदोलन का उद्देश्य यही है कि सबसे पहले बंगाल में हिंसा का दौर समाप्त हो। हिंसा में संलिप्त लोगों के खिलाफ हत्या की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज हो। तृणमूल कांग्रेस के गुंडों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।
आदित्य अग्रवाल राजा ने कहा कि आखिर क्या अगले पांच वर्ष तक बंगाल में इसलिए ममता सरकार आई है कि प्रजातांत्रिक देश में कोई भी व्यक्ति सत्ता के खिलाफ नहीं बोल सके। विपक्ष के लोगों का जड़ से सफाया कर दिया जाए। ममता प्रदेश के साथ देश को भी खतरे में डाल रहीं हैं। हिंसा, अराजकता, अत्याचार और अनाचार की आग में आज बंगाल जल रहा है। जीत के नशे में चूर तृणमूल के कार्यकर्ता लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं। रुपेश अग्रवाल ने कहा कि बंगाल ने देश के सामने का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है, जिससे प्रजातंत्र की नींव हिल गई है। कार्यकर्ताओं पर नहीं, लोकतंत्र की आस्था पर हमला है। टीएमसी के गुंडों को सलाखों के पीछे डाला जाय।
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