रायपुर। राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री के देहावसान के तत्काल बाद एक सवाल रह-रहकर उभर रहा था कि इसके बाद उनकी पार्टी का क्या होगा, कौन उसका कर्णधार होगा, क्या उनकी पार्टी का अस्तित्व बरकरार रह पाएगा… वगैरह… वगैरह… लेकिन इस बीच एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है कि अब जोगी कांग्रेस का कांग्र्रेस में विलय की तैयारियां शुरू हो गई है। इस संदर्भ में कांग्रेस आलाकमान से हरी झंडी मिलने की चर्चा है, जिसे लेकर प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया छग पहुंचने वाले हैं और इस बात की विधिवत घोषणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम करने वाले हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की वजह से राजनीति में आए और कांग्रेस को अपनी मातृसंस्था मानते रहे। भले ही उन्होंने क्षेत्रीय पार्टी का गठन किया, लेकिन कांग्रेस को खुद से अलग नहीं किया। उनकी पत्नी, बेटा और बहू ने भी राजनीति शुरू की तो, मातृसंस्था कांग्रेस ही रही है। लिहाजा
अब जोगी कांग्रेस का कांग्रेस में विलय तय माना जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में जारी चर्चा और सूत्रों की मानें तो छत्तीसगढ़ के प्रभारी महामंत्री और सांसद पीएल पुनिया जल्द रायपुर आएंगे। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम की उपस्थिति में जोगी कांग्रेस का कांग्रेस में विलय करने का निर्णय लेकर घोषणा की जाएगी। जोगी कांग्रेस के सभी विधायकों को कांग्रेस की सदस्यता दी जाएगी, वहीं एक सरगुजा संभाग,एक बस्तर संभाग और एक दुर्ग संभाग के मंत्री को ड्राप किया जा सकता है। साथ ही दो जोगी कांग्रेस के विधायकों को जिनका कांग्रेस में प्रवेश हो जाएगा उन्हें मंत्रिपरिषद में स्थान देने की संभावना है। साथ ही बस्तर संभाग से एक नए कांग्रेसी विधायक को मंत्री पद दिया जा सकता है। इस बात को लेकर सरकार में हलचल तेज हो गई है…..
हालांकि तमाम चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में ही तेजी से चल रही हैं, इसमें आधिकारिक तौर पर कोई भी बयान सामने नहीं आया है, लेकिन इसकी उम्मीद प्रबल बताई जा रही है।