भोपाल। महामारी के इस दौर भी लोगों घिनौनी करतूत से बाज नहीं आ रहे हैं। भोपाल मेमोरियल अस्पताल में भर्ती एक कोविड मरीज के साथ वार्ड बॉय ने रेप की घटना को अंजाम दिया था। रेप के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई और उसे वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। अगले दिन महिला की मौत हो गई। परिवार के लोग सामान्य मौत ही मानकर चल रहे थे। महिला ने घटना के बारे में अस्पताल में तैनात नर्स को जानकारी दी थी। घटना छह अप्रैल की है।
पुलिस ने इस मामले में रेप का मामला दर्ज किया है। वहीं, रेप की घटना के बारे में अस्पताल प्रबंधन और पुलिस ने परिवार को जानकारी नहीं दी है। परिवार के लोगों से रेप की बात छिपाते हुए पुलिस ने आरोपी वार्ड बॉय को जेल भेज दिया है। पूरा मामला निशातपुरा इलाके का है। बताया जा रहा है कि आरोपी वार्ड बॉय पर एक नर्सिंग के छात्रा ने भी रेप का आरोप लगाया था।
अस्पताल प्रबंधन ने अपनी शिकायत में पुलिस को यही जानकारी है। वहीं, अब सवाल उठ रहे हैं कि पुलिस और अस्पताल के लोगों ने घटना की जानकारी उसके परिवार के लोगों को क्यों नहीं दी। फिलहाल लोग चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं, एक स्थानीय अखबार से बात करते हुए इस मामले के जांच अधिकारी बनवारी लाल ने कहा कि मैं पीपीई किट पहनकर महिला का बयान लेने गया था। मगर उसकी हालत नहीं ठीक थी, इसलिए बयान नहीं ले पाया।
आईओ ने कहा कि टीआई साहब से बात कर पूछेंगे कि महिला के परिजनों को जानकारी देनी है कि नहीं। इस पूरे विवाद पर अस्पताल प्रबंधन का कोई पक्ष नहीं आया है। गौरतलब है कि एमपी के कई बड़े शहरों को वार्ड बॉय की करतूतों के कारण शर्मसार होना पड़ा रहा है। ग्वालियर में भी वॉर्ड बॉय ने रेप की कोशिश की थी। कुछ दिन पहले इंदौर में भी एक वॉर्ड बॉय पर छेड़छाड़ का केस दर्ज हुआ है।