छत्तीसगढ़ में जिस तरह से कोरोना का पीक आया उसे देखने के बाद स्वास्थ्य विभाग समेत सरकार के हाथ पांव फूल गए। लेकिन राजधानी रायपुर में निगम के प्रयासों से आज पॉजिटिविटी रेट में बढ़ोतरी हुई है। वहीं इंडोर स्टेडियम में बना अस्थाई कोविड सेंटर मरीजों को लिए वरदान साबित हो रहा है। इस सेंटर में मरीजों का ना सिर्फ निशुल्क इलाज हो रहा है बल्कि उनके घर वाले ऑनलाइन अपने परिजनों को देख सकते हैं ।
ऑनलाइन जान सकते हैं मरीजों का हाल
रायपुर का इंडोर स्टेडियम इन दिनों कोविड के मरीजों को ठीक करने का बीड़ा उठाए हुए है। महापौर एजाज ढेबर की कोशिशों के बाद इस स्टेडियम को तुरंत कोविड सेंटर में बदला गया।जिसके बाद यहां पर बड़ी संख्या में मरीजों को भर्ती किया गया। नतीजा आज छत्तीसगढ़ समेत रायपुर में कोरोना के मामले तेजी से घटे हैं। इंडोर स्टेडियम कोविड सेंटर से अब तक करीब साढ़े चार सौ मरीज ठीक होकर घर वापस लौटे हैं। यहां पर विशेषज्ञों के साथ 60 लोगों की टीम ने बेकाबू हो रहे कोरोना को ना सिर्फ रोका बल्कि रिकवरी रेट में भी तेजी लाने का काम किया है। प्रशासन ने अब इंडोर स्टेडियम में भर्ती मरीजों की स्थिति ऑनलाइन देखने का भी इंतजाम किया है। जो भी मरीज यहां पर भर्ती हैं उनके परिजन अब यूट्यूब के लिंक पर जाकर उन्हें देख सकते हैं।
रायपुर का इंडोर स्टेडियम इन दिनों कोविड के मरीजों को ठीक करने का बीड़ा उठाए हुए है। महापौर एजाज ढेबर की कोशिशों के बाद इस स्टेडियम को तुरंत कोविड सेंटर में बदला गया।जिसके बाद यहां पर बड़ी संख्या में मरीजों को भर्ती किया गया। नतीजा आज छत्तीसगढ़ समेत रायपुर में कोरोना के मामले तेजी से घटे हैं। इंडोर स्टेडियम कोविड सेंटर से अब तक करीब साढ़े चार सौ मरीज ठीक होकर घर वापस लौटे हैं। यहां पर विशेषज्ञों के साथ 60 लोगों की टीम ने बेकाबू हो रहे कोरोना को ना सिर्फ रोका बल्कि रिकवरी रेट में भी तेजी लाने का काम किया है। प्रशासन ने अब इंडोर स्टेडियम में भर्ती मरीजों की स्थिति ऑनलाइन देखने का भी इंतजाम किया है। जो भी मरीज यहां पर भर्ती हैं उनके परिजन अब यूट्यूब के लिंक पर जाकर उन्हें देख सकते हैं।
पीपीई किट पहनकर महापौर कर रहे दौरा
यहां भर्ती मरीजों का हालचाल जानने के लिए महापौर खुद पीपीई किट पहनकर उनसे मुलाकात करते हैं। यहीं नहीं यहां भर्ती मरीजों का जन्मदिन मनाने के लिए महापौर ने खतरा उठाते हुए न सिर्फ सेंटर के अंदर गए बल्कि उनकी खुशियों में शामिल भी हुए।
यहां भर्ती मरीजों का हालचाल जानने के लिए महापौर खुद पीपीई किट पहनकर उनसे मुलाकात करते हैं। यहीं नहीं यहां भर्ती मरीजों का जन्मदिन मनाने के लिए महापौर ने खतरा उठाते हुए न सिर्फ सेंटर के अंदर गए बल्कि उनकी खुशियों में शामिल भी हुए।