बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में 25 अप्रैल की सुबह से लापता एक पुजारी का नरकंकाल रानी माई के जंगल में मिला है। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे परिजनों ने कपड़े और थैले से पुजारी पहचान की। उधर, घटनास्थल पर पहुंची पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। नरकंकाल के पास से जहर की शीशी भी मिली है।
पुलिस ने पुष्टि किया कि मृतक बुधराम साहू है जो 25 अप्रैल की सुबह 6.30 बजे अपने घर से निकले थे। घटनास्थल से पुलिस ने कपड़े और जहर की बोतल बरामद की है। जहर की बोतल मिलने से आशंका जताई जा रही है कि पुजारी ने यहां आकर आत्महत्या की होगी। हालांकि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि यह आत्महत्या है कि हत्या। डीएसपी दिनेश सिन्हा ने बताया कि परिजनों ने नरकंकाल की शिनाख्त की है, जांच चल रही है।
घर से पूजा पाठ का सामान लेकर निकला था पुजारी
बताया जा रहा है कि बुधराम साहू जब घर से निकले थे तो उनके थैले में पूजा पाठ की सामग्री भी थी। 25 की देर शाम तक जब वे नहीं लौटे तो उनकी तलाश की लेकिन सफलता नहीं मिली। फिर परिजनों ने बालोद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने भी पुजारी को खोजने की कोशिश की, वो नहीं मिले। शुक्रवार को बालोद मुक्तिधाम के पास स्थानीय लोगों ने नरकंकाल को देखा जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई।