गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। कोरोना संकट में छुट्टी मनाने वाले शिक्षकों पर गाज गिर गयी है। कलेक्टर ने एक साथ 6 शिक्षकों को आखिरी नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। कलेक्टर ने नोटिस में पूछा है कि क्यो ना उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाये। दरअसल जिन शिक्षकों को आखिरी अल्टीमेटम जारी किया गया है, उन्हें डीईओ के प्रतिवेदन के बाद 26 अप्रैल को भी नोटिस जारी किया गया था, लेकिन शिक्षकों की तरफ से उचित कारण अनुपस्थिति नहीं बताया गया।
दरअसल कलेक्टर नम्रता गांधी ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के लिए निर्देश जारी किया था कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के रोकथाम व वैक्सीनेशन के प्रचार-प्रसार की जरूरत ऐसे में जिले के सभी संस्थाओं व कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी, प्रचार्य, कर्मचारियों को मुख्यालय में बने रहना है, लेकिन कई शिक्षकों ने प्रशासन के इस आदेश की परवाह नहीं की। वो या तो घुमने निकल पड़े या फिर बिना इजाजत आफिस और स्कूल नहीं आये।
लंबे समय तक स्कूल से गायब रहने वाले प्रचार्यों पर कलेक्टर की गाज गिरी है। कलेक्टर ने हाईस्कूल हर्राटोला के प्राचार्य राजेश श्रीवास्तव, गुरूकुल विद्या पेंड्रारोड की प्राचार्य उषा शर्मा, शासकीय गुरूकुल विद्या पेंड्रारोड के प्राचार्य कुंजबिहारी दीक्षित, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नेवसा के प्रचार्य आईके शांडिल्य, उच्चतर माध्यमिक स्कूल खोंडरी के प्राचार्य विभा शर्मा और शासकीय हाईस्कूल सघवानी के प्राचार्य रामकिशोर साहू को नोटिस भेजा है।