रायपुर। देश में कोरोना के खिलाफ जारी जंग में सबसे अहम हथियार वैक्सीन है, जिससे लोगों को ना केवल कोरोना महामारी की चपेट में आने से बचाया जा सकता है, बल्कि असामयिक हो रही मौतों पर भी लगाम लग पाएगा। लेकिन देश की आबादी और प्रभावितों की तुलना में वैक्सीन निर्माण और आपूर्ति की गति कम होने की वजह से बड़ी तादाद में लोगों को निराशा हाथ लग रही है।
छत्तीसगढ़ भी इससे अछूता नहीं है। प्रतिदिन रजिस्ट्रेशन के मुकाबले वैक्सीनेशन 30 फीसदी कम है, जिसकी वजह से प्रदेश की जनता में आक्रोश और निराशा दोनों ही देखने में आ रहा है। केंद्र सरकार लगातार इस बात की कोशिश में है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में वैक्सीन का निर्माण हो सके, ताकि देश के सभी राज्यों को उनकी आबादी की हिसाब से वैक्सीन की आपूर्ति की जा सके, लेकिन इसमें अभी दिक्कतें आ रही हैं।
छत्तीसगढ़ के लिए आज का दिन राहत का है, क्योंकि आज 2 लाख कोविशील्ड वैक्सीन प्रदेश को भेजा जा चुका है। कोविशील्ड वैक्सीन की दो लाख डोज मिलने से 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन में और तेजी आएगी। केंद्र सरकार ने कोविशील्ड की 2 लाख डोज राज्य सरकार को भेजी है। स्वास्थ्य कर्मियों को भी कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन के पहुंचने से प्रदेश में वैक्सीनेशन अभियान में और तेजी आएगी।
केंद्रीय सूत्रों के मुताबिक वैक्सीन को लेकर जिन दिक्कतों का सामना फिलहाल करना पड़ रहा है, उम्मीद की जा रही है कि जुलाई के पहले सप्ताह से वैक्सीन की देश में कमी नहीं होगी। को-वैक्सीन और कोविशील्ड के अलावा भी कुछ और विकल्प देश को मिल रहे हैं। माना जा रहा है कि इन वैक्सीन का भी उपयोग जल्द ही शुरु कर दिया जाएगा।