नई दिल्ली। PM Kisan की 2000 रुपए की किस्त जारी हो चुकी है। अगर आपको अब तक नहीं मिली तो PMkisan.gov.in पर चेक कर सकते हैं। मोदी सरकार ने 9.5 करोड़ किसानों को पैसा जारी किया है। इसके अलावा योजना में रजिस्टर किसानों को दूसरी सर्विस भी मिल रही है। मसलन Credit Card, Loan और दूसरी सेवाएं। अगर आपने Kisan Credit Card बनवाया है और वह किसी वजह से Deactivate हो गया है तो उसे चालू कराने का आसान तरीका है। इसका Form PM kisan की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत किसान क्रेडिट कार्ड बनाया जा रहा है। सरकार ने बीते साल इस योजना में हर किसान को शामिल करने का निर्देश दिया था। इस कार्ड पर आसान और सस्ता Loan भी मिलता है। लेकिन पहले जानते हैं कि कैसे जारी होगा नया Kisan Credit Card
फॉलो करें ये स्टेप
pmkisan.gov.in पर Farmer Corner में जाएं।
download KKC Form करें (इससे KCC बनवाने के लिए फॉर्म डाउनलोड होगा।)
यहां से फॉर्म को प्रिंट करें और भरकर नजदीकी बैंक में जमा कर सकते हैं। सरकार ने कार्ड की वैलिडिटी 5 साल रखी है।
जो किसान KCC बनवाना चाहते हैं वे को-ऑपरेटिव बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), बैंक ऑफ इंडिया और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (IDBI) में अप्लाई कर सकते हैं।
इस फॉर्म का इस्तेमाल KCC की लिमिट बढ़ाने और बंद कार्ड को शुरू करने में भी होता है।
PM Kisan की दूसरी शर्तें
PM Kisan के तहत इस योजना का फायदा रिटायर सरकारी कर्मचारियों, मौजूदा और पूर्व सांसदों, विधायकों/मंत्रियों को नहीं मिलेगा। डॉक्टर, इंजीनियर, वकीलों, चार्टर्ड अकाउंटेंट और वास्तुकारों और उनके परिवार के लोग भी PM Kisan Yojana का फायदा उठाने के पात्र नहीं हो सकते।
KYC में ढील
Covid 19 के कारण RBI ने खाताधारकों के लिए KYC में थोड़ी ढील दी है। इस साल उन्हें KYC updation के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। साथ ही रिजर्व बैंक video Kyc को बढ़ावा देगा ताकि कस्टमर घर बैठे ही अपना ब्योरा अपडेट कर सके।
KCC पर 3 लाख तक Loan
किसानों को KCC से 3 लाख रुपये तक का Loan दिया जाता है। Loan पर ब्याज 9 प्रतिशत है, लेकिन KCC पर सरकार 2% सब्सिडी देती है। इससे KCC पर किसान को 7 फीसदी ब्याज पर लोन मिलता है। किसान अगर समय से पहले Loan चुका देते हैं तो उन्हें ब्याज पर 3 फीसदी तक छूट मिलती है यानि कुल ब्याज 4 फीसदी रहता है।