छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में पशु तस्करी के शक में ग्रामीणों ने एक निर्दोष युवक की जान ले ली । ये युवक गांव के मवेशियों को लेकर दूसरे गांव अपनी गाड़ी से लेकर जा रहा था पुलिस ने इस मामले में 22 लोगों पर नामजद केस दर्ज किया है। वहीं मामले में तफ्तीश के बाद 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
खैरझिटी निवासी अशोक पनिका ने बुधवार सुबह MP में अमरकंटक के ग्राम मेडाखार निवासी लवकेश से 4 भैंसे साल्हेघोरी गांव के छिरहट्टी तक पहुंचाने के लिए 400 रुपए में सौदा किया था। लवकेश अपने साथी विकास के साथ रात करीब 9 बजे छिनपानी गांव से भैंसों को लेकर रवाना हुआ। रास्ते में लवकेश को कुछ ग्रामीण मिले जिन्होंने उसे रसीद दिखाने को कहा। लेकिन लवकेश ने रसीद ना होनेकी बात कहते हुए गाड़ी आगे बढ़ा दी।तभी थोड़ी दूर पहुंचने पर जनपद सदस्य सुखराम अपने साथियों के साथ गाड़ी के पीछे आया और लवकेश की गाड़ी रुकवाकर उसकी पिटाई की। सुखराम और उसके साथियों ने दोनों को सामुदायिक भवन में ले जाकर पीटा और घरवालों को बुलाने के लिए कहा। इस पर लवकेश ने अपने भाई मुकेश और चाचा सूरत बंजारा को घटना की जानकारी दी और मौके पर आने के लिए कहा। सुबह करीब 4 बजे विकास के चाचा सूरत, भाई मुकेश और ओम प्रकाश मौके पर पहुंचे। उन्होंने सामुदायिक भवन के कमरे का ताला तोड़कर दोनों को बाहर निकाला। इसके बाद आरोपी फिर पहुंचे और सभी को सामुदायिक भवन में ले जाकर डंडों से फिर मारपीट शुरू कर दी।
पुलिस को भी दिया चकमा
इस बीच सुबह करीब 7.30-8 बजे डायल 112 की टीम गांव में पहुंची तो सरपंच के कहने पर ग्रामीणों ने लवकेश और उसके परिजन को छिपा दिया। पुलिस के जाने के बाद फिर मारपीट करते हुए भैंसों के बारे में पूछा। जब लवकेश ने अशोक पनिका की भैंसों के बारे में बताया तो उसे भी बुलवाया। वह आया तो फिर सबको पीटा। मारपीट से विकास का चाचा सूरत बेहोश हो गया। फिर दोबारा पुलिस की गाड़ी पहुंची तो आरोपी भाग गए। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां सूरत की मौत हो गई। अस्पताल में भर्ती सभी घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।