रूसी( russi) हमले के लगभग डेढ़ महीने के बाद यूक्रेन के शहरों में हालात बदलने लगे हैं। यूक्रेनी( ukraini) देश लौट रहे हैं। यूएन ऑफिस फॉर द कॉर्डिनेशन ऑफ ह्यूमैनिटेरियन अफेयर्स के मुताबिक, रोज 30 हजार से ज्यादा लोग यूक्रेन( ukraine ) लौट रहे हैं।
Read more : Russia – Ukraine War: ब्लैक सी में यूक्रेनी हमले का शिकार रूसी वॉरशिप डूबा, अलर्ट जारी
जेलेंस्की बोलें- मैक्रों को यूक्रेन का दौरा करना चाहिए
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दिए इंटरव्यू( interview) में कहा- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को यूक्रेन( ukraine) का दौरा करना चाहिए ताकि वो यह महसूस कर सकें रूसी ( russi)सेना किस तरह उनके लोगों का नरसंहार किया था। मैकों ने कुछ वक्त पहले रूसी हमले को नरसंहार कहने से इनकार कर दिया था।
आजोव रेजिमेंट का कमांडर( commander) बाइलेटस्की लापता
आजोव रेजिमेंट यूक्रेनी राष्ट्रवादी लड़ाकों की सेना है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन हमले के वक्त आजोव रेजिमेंट को ही नाजी करार दिया था। इस रेजिमेंट( rejiment) का कमांडर आंद्रेई बाइलेटस्की अभी लापता है। बाइलेटस्की एसएनए पार्टी को चलाता है। यूक्रेनी सरकार आजोव रेजिमेंट को फंड देती है।
मारियुपोल में हथियार ( weapon)डालने का अल्टीमेटम
रूस ने रविवार को यूक्रेनी( ukraine) सैनिकों को मारियुपोल में हथियार डालने का अल्टीमेटम दिया। यूक्रेनी सेना ने सरेंडर करने से इनकार किया है। यूक्रेन के सैनिक आजोव सागर के किनारे पर एक बड़े स्टील प्लांट में छिपे हैं।