कोरबा। इस साल सांपों के रहवासी क्षेत्र में मिलने की जानकारी लगातार मिल रही थी, जिससे जिले के लोग भैभित हो गए थे। बारिश का मौसम खतम होते ही सांप निकलने की घटना अब शहर में कम हो गई हैं। ठंड ने जिले में दस्तक दे दी है, इसके बाद यह पहला मामला हैं, जब स्कूल में अजगर मिलने की जानकारी मिली।
यह मामला सेंट जेवियर्स पब्लिक स्कूल का है, जहां 10 फीट का एक विशालकाय अजगर दिखा, जिसके बाद गार्ड ने स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. आनंद को इसकी जानकरी दी। उन्होंने स्नेक रेस्क्यू टीम के प्रमुख जितेंद्र सारथी को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद जितेंद्र स्कूल पहुंचे और अजगर को सुरक्षित रेस्क्यू कर अपने काबू में कर लिया। तब जाकर स्कूल में कार्य कर रहे लोगों ने राहत की सांस ली। स्कूल बन्द होने के कारण एक बड़ा हादसा होने से टल गया। डॉ. आनंद ने जितेंद्र सारथी के कार्य की प्रशंसा करते हुए धन्यवाद किया।
आम तौर पर देखा जाता है कि ठंड आते ही सांप गहरे बिलो के अन्दर जाकर बैठ जाते हैं जिसे hibernation (शीतनिंद्रा) स्टेज कहा जाता हैं, इस मौसम में सांप बिना खाए पिए कई महीनो तक जमीन के अंदर रहते हैं।