सूरजपुर। आम लोगों के लिए कुछ देर खड़ा रहना मुश्किल है, वहीँ एक शख्स विश्व शांति (world peace) के लिए पिछले 5 महीनों से लगातार खड़ा है और अगले 5 साल खड़ा रहकर तप करने का दावा कर रहा है। सूरजपुर का एक नागा साधु (Naga Sadhu) इन दिनों क्षेत्र में आस्था और चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल यह साधु सनातन धर्म की जागृति और विश्व कल्याण के लिए पिछले 5 महीने से खड़ा होकर तब कर रहा है और अगले 5 साल तक उसकी यह तपस्या जारी रहेगी। नागा साधु की यह तपस्या आस्था का केंद्र बना हुआ है।
झूले के सहारे खड़ा यह शख्स दौलत गिरी नागा साधु (Daulat Giri Naga Sadhu) है, जो सूरजपुर के नमदगिरी गांव (Namadgiri Village) मैं पिछले 5 महीनों से रेणुका नदी के तट पर स्थित शिव मंदिर प्रांगण में लगातार खड़े रहकर तपस्या कर रहे हैं, इनके इस तपस्या का उद्देश्य सनातन धर्म की जागृति और विश्व शांति है। उनका दावा है कि वे अगले 5 सालों तक यह तप करेंगे।
दरअसल दौलत गिरी नागा बाबा का असली नाम दिनेश है, जो कोरिया जिले के रहने वाले हैं, जब यह बीकॉम सेकंड ईयर के छात्र थे, तभी अचानक बीमारी की वजह से इनकी मां की मौत हो गई। अपनी मां की मौत से वह इतना आहत हुए कि उन्होंने संसार के मोह माया को त्याग कर साधु बन गए। कई नागा बाबाओं की संगत में रहने के कई साल बाद वह वापस सूरजपुर आए अब उनका उद्देश्य विश्व शांति है, जिसके लिए वे यह तपस्या कर रहे हैं। इनके दोनों पैरों में सूजन आ गया है बावजूद इसके वे अपनी तपस्या में लीन हैं।
नागा बाबा की तपस्या से इलाके के श्रद्धालु भी काफी प्रभावित हैं, लगातार खड़े रहने वाली इस बाबा को देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आ रहे हैं और वे सब बाबा के विश्व शांति के लिए इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं, नमदगिरी गांव का यह शिव मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है।
जहां एक ओर विश्व के कई देशों में जंग छिड़ी हुई है वही एक संत के द्वारा विश्व शांति के लिए इतनी कड़ी साधना करना निश्चित ही काबिले तारीफ है, क्या यह बाबा अगले 5 सालों तक अपनी साधना में सफल हो पाएंगे यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ है, लेकिन इनके इस प्रयास की सराहना चारों तरफ हो रही है।