हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है. इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग (Panchang) की आवश्यकता पड़ती है. जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें।
Read more : Daily Panchang : बुधवार का पंचांग, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
दिन (Day) गुरुवार
अयन (Ayana) उत्तरायण
ऋतु (Ritu) वसंत
मास (Month) वैशाख
पक्ष (Paksha) शुक्लपक्ष
तिथि (Tithi) एकादशी (मोहिनी एकादशी) सायंकाल 06:51 बजे तक तदुपरांत द्वादशी
नक्षत्र (Nakshatra) उत्तराफाल्गुनी सायंकाल 07:30 बजे तक तदुपरांत हस्त
योग (Yoga) हर्षण सायंकाल 05:51 बजे तक तदुपरांत वज्र
करण (Karana) वणिज प्रात:काल 07:17 बजे तक तदुपरांत विष्टि
सूर्योदय (Sunrise) प्रात: 05:32 बजे
सूर्यास्त (Sunset) सायं 07:03 बजे
चंद्रमा (Moon) कन्या राशि में
राहु काल (Rahu Kaal Ka Samay) दोपहर 01:59 से 03:40 बजे तक
यमगण्ड (Yamganada) सायंकाल 05:32 से 07:14 बजे तक
गुलिक (Gulik) प्रात:काल 08:55 से 10:36 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurt) प्रात:काल 11:51 से दोपहर 12:45 बजे
दिशाशूल (Disha Shool) दक्षिण दिशा में
भद्रा (Bhadra) प्रात:काल 07:17 से सायंकाल 06:51 बजे
पंचक (Pnachak) —
पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल (Dishashool) , भद्रा (Bhadra), पंचक (Panchank), प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं।