2. दिल पर असर

धमनियों में रेजिस्टेंस के बढ़ने व वाहिकाओं के सिकुड़ने की वजह से हार्ट को ब्लड पंप करने में बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। दिल की मांसपेशियां मोटी होकर कड़ी हो जाती हैं। इसके साथ ही हार्ट का बांया हिस्सा भी धीरे-धीरे बड़ा होने लगता है, जिससे ब्लड पंप करने में परेशानी आती है। जो हार्ट फेलियर की वजह बनता है।

3. दिमाग पर असर

स्ट्रोक की एक बहुत बड़ी वजह हाइपरटेंशन है। हाई ब्लड प्रेशर से धमनियों की दीवार कमजोर होने लगती है, जिसके चलते मस्तिष्क में ये फूल जाती है। इसे एन्यूरिज्म कहते हैं। ब्लड प्रेशर के कारण ये एन्यूरिज्म एकदम से फट जाते हैं जिससे स्ट्रोक होता है।

4. किडनी पर असर

बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर किडनी की सॉल्ट को कंट्रोल करने और शरीर में पानी रोकने की क्षमता को प्रभावित करता है, इसके चलते हाइपरटेंशन की समस्या और ज्यादा बिगड़ जाती है। हाइपरटेंशन कई बार किडनी को डैमेज भी कर सकता है.