Interesting News: “बिन फेरे हम तेरे” ये कहावत तो आपने खूब सुनी होगी लेकिन क्या आपने बिन तेरे होंगे फेरे ऐसी कहावत सुनी है कभी? नहीं सुनी होगी। …… ये तो आप जानते हैं कि किसी भी शादी (wedding)में वर और वधू (bride and groom)दोनों की जरूरत होती है, लेकिन गुजरात (Gujarat)के वडोदरा (Vadodara)में अनोखी शादी होने वाली है। शहर की क्षमा बिंदु(kshama bindu) खुद से ही ब्याह रचाने जा रही हैं। 11 जून (June 11)को शादी का आयोजन है और वह उसके लिए पूरे उत्साह से जुटी हैं। मंडप (Pavilion)सजाया जा रहा है, फेरों की व्यवस्था की जा रही है और जयमाला (Jaimala)का भी आयोजन होगा। लेकिन इस पूरे कार्यक्रम (Program)में कोई वर नहीं होगा बल्कि अकेले वधू के तौर पर सजी क्षमा बिंदु होंगी। वह खुद से ही शादी करने वाली हैं, जिसे ‘सोलोगैमी’ (sologamy)कहा जाता है। गुजरात और भारत का संभवत: यह पहला ऐसा मामला है, जब कोई लड़की खुद से ही अपनी शादी करने वाली है।
क्षमा ने बताया, क्यों बिन दूल्हे के कर रही हैं शादी, हनीमून का भी प्लान
क्षमा का कहना है कि वह कभी शादी नहीं करना चाहती हैं, लेकिन दुल्हन बनने का मन था। इसलिए खुद से ही शादी रचाने का फैसला कर लिया। क्षमा बिंदु का कहना है कि मैंने ऑनलाइन सर्च किया कि क्या देश में किसी ने खुद से शादी की है तो ऐसा कोई मामला नहीं मिला। इस तरह संभवत: वह पहली लड़की हैं, जो खुद से शादी करेंगी। एक निजी कंपनी में काम करने वाली क्षमा सेल्फ मैरिज को लेकर कहती हैं कि यह खुद के प्रति अपना प्यार दर्शाने का तरीका है। उन्होंने कहा कि मैं खुद को प्यार करती हूं और इसीलिए शादी कर रही हूं।
अमेरिका में हुई थी ऐसी पहली शादी, जुटे थे 75 मेहमान
अपने परिजनों के रवैये को लेकर क्षमा ने कहा कि वे खुले विचारों के हैं और उनकी ओर से मुझे पूरा आशीर्वाद है। शादी के बाद क्षमा ने हनीमून के लिए गोवा जाने का भी फैसला लिया है। भारत में भले ही सोलोगैमी का यह पहला मामला है, लेकिन पश्चिमी देशों में इस ट्रेंड को शुरु हुए कई साल हो गए हैं। ऐसा पहला मामला अमेरिका का माना जाता है, जब 1993 में लिंडा बारकर ने खुद से शादी कर ली थी। उस शादी में उन्होंने 75 मेहमानों को भी आमंत्रित किया था और सभी रस्में अदा की थीं। खुद से शादी को लेकर लिंडा बारकर ने कहा था, ‘यह अपने लिए कुछ करने जैसा है। इसका संदेश यह है कि खुद को खुश रखने के लिए किसी का इंतजार न किया जाए।’