Rajnandgaon News : राजनांदगांव (Rajnandgaon )जिले के खैरागढ़ (Khairagarh)स्थित इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय (Indira University of Arts and Music)के प्रेक्षागृह में 16वां दीक्षाँत समारोह (16th Convocation)आयोजित किया गया, जहां पर पार्श्व गायिका कविता कृष्णमूर्ति (Playback Singer Kavita Krishnamurthy)सहित अन्य पाँच महाभूतियों को राज्यपाल अनुसुईया उईके(Governor Anusuiya Uikey) ने मानद डी-लिट( honorary d-lit)की उपाधी प्रदान की। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय में अध्ययनरत छात्र छात्राओ (students studying)को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया।
राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ स्थित इंदिरा कला एवं संगीत विश्व विद्यालय का 16 वाँ दीक्षाँत समारोह बुधवार की शाम समपन्न हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल अनुसुईया उईके ने सिने प्लेबैक सिंगर कविता कृष्णमूर्ति सुब्रमणियम को मानद डी-लिट की उपाधि प्रदान की। इसके साथ ही शास्त्रीय गायक प्रो पंडित विद्याधर व्यास ,कत्थक नृत्यांगना सुश्री उमा शर्मा , रंगकर्मी देवेन्द्र राज अंकूर और छत्तीसगढ़ लोक एवं जसगीत गायक दिलीप षडंगी को विश्वविद्यालय की ओर से डी-लिट् की मानद उपाधि प्रदान की गई । विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में आयोजित दीक्षाँत समारोह के मुख्य अतिथी प्रो पंडित विद्याधर व्यास थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलाधिपति राज्यपाल अनुसुईया उईके ने की । विशिष्ट अतिथी के रुप मे उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, सांसद संतोष पांडे, विश्व विद्यालय की कुलपति मोक्षदा ममता चन्द्राकर सहित अन्य ख्याति लब्ध कलाकार उपस्थित थे। इस अवसर पर खैरागढ इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय में पासआऊट विद्यार्थीयो को 40 गोल्ड मेडल और एक रजत पदक प्रदान किया गया। इसी तरह विश्व विद्यालय के 40 छात्र छात्राओ को पीएचडी और डीलिट् के 04 शोधार्थियो को उपाधि दी गई । दीक्षाँत समारोह के पूर्व विश्व विद्यालय व्दारा एक शोभायात्रा निकालकर राज्यपाल अनुसुईया उइके सहित अन्य अतिथीयो को मंच तक लाया गया, ततपश्चात राजकुमारी इंदिरा एवं मां सरस्वती के तैल माल्याअर्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर विश्व विद्यालय के विद्यार्थीयों ने विश्वविद्यालय के कुलगीत की प्रस्तुती दी गई।
दीक्षाँत समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल अनुसुईया उईके ने कहा कि दीक्षाँत समारोह शिक्षा की समाप्ति नही बल्कि साधना की शुरुआत है। इस अवसर पर डी-लिट् की मानद उपाधि से सम्मानित होकर पद्मश्री पार्श्व गायिका कविता कृष्णमूर्ति सुब्रमणियम ने विश्वविद्यालय का आभार जातते हुए कहा कि कला साधको के बीच पहुंचकर बेहद खुशी मिल रही है ।
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दीक्षाँत समारोह के स्वागत भाषण का पठन करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति पदमश्री मोक्षदा चन्द्राकर ने विश्वविद्यालय की गतिविधियो की जानकारी देते बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्ष बाद दीक्षाँत समारोह का आयोजन किया जा रहा है जो कि आगे भी जारी रहेगा। उन्होने कहा कि सबके आने से उन्हे उर्जा मिली है।कार्यक्रम को प्रो पंडित विद्याधर व्यास, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, सांसद संतोष पांडे ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर बडी़ संख्या में छात्र-छात्राए सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ।