नई दिल्ली। अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन में प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी की पार्लियामेंट स्क्वॉयर में स्थित प्रतिमा के आस-पास रंगभेदी संदेश लिए पोस्टर चिपका दिए और प्रतिमा के चबूतरे पर रेसिस्ट (नस्लभेदी) लिख दिया।
साल 2015 में स्थापित की गई महात्मा गांधी की यह प्रतिमा पार्लियामेंट स्क्वायर में मौजूद प्रमुख ब्रिटिश, राष्ट्रमंडल और विदेशी राजनीतिक हस्तियों जैसे अब्राहम लिंकन, नेल्सन मंडेला और विंस्टन चर्चिल जैसे लोगों की 12 प्रतिमाओं में से एक है। प्रदर्शनकारियों ने चर्चिल की प्रतिमा को भी निशाना बनाया और उनकी प्रतिमा के नीचे ‘नस्लभेदी थे’ लिख दिया।
बता दें कि इससे पहले अमेरिका में अफ्रीकी मूल के नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने राजधानी वॉशिंगटन डीसी में महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया था। इस घटना के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को ढक दिया गया। हालांकि अमेरिका ने इस मामले में भारत से खेद जताते हुए माफी भी मांगी।
अमेरिकी सरकार की तरफ से राजदूत केन जस्टर ने भारत से मांफी मांगते हुए कहा कि महात्मा गांधी की मूर्ति के साथ हुए व्यवहार के लिए हमें बहुत दुख है। कृपया हमारी माफी को स्वीकार करें।
इधर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि महात्मा गांधी की मूर्ति को अज्ञात लोगों द्वारा विरूपित किया जाना अपमानजनक है। दरअसल, कुछ दिनों पहले अमेरिका में अफ्रीकी-अमेरिकन अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए। इसी दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी की मूर्ति पर स्प्रे पेंटिंग करके उसे नुकसान पहुंचाया। यह घटना वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर दो जून और तीन जून की मध्यरात्रि को हुई थी।