नई दिल्ली। अंदेशे के मुताबिक ठंड के साथ ही कोरोना ने देश में भयावह वापसी की है। देश के कई राज्यों में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं, तो कई राज्यों में मौतों ने रिकार्ड तोड़ना शुरू कर दिया है। देश की राजधानी दिल्ली, गुजरात और हरियाणा के साथ छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश की स्थितियां भी प्रतिकूल हो गई हैं। ऐसे में इस भयानक समस्या से निपटने के लिए आज एक बार फिर बड़े स्तर पर मंथन की तैयारी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज राज्यों के मुख्यमंत्रियों से इसी विषय पर चर्चा करने वाले हैं। आज दो पालियों में होने वाली बैठक का नतीजा क्या होगा, इस पर बड़ा सवाल खड़ा है, लेकिन जिस तरह के हालात पैदा हुए हैं और आने वाले दिनों पर विचार करेंगे, तो यदि देश में लाॅक डाउन को लेकर फैसला होता है, तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।
देश में कोरोना काल की शुरूआत के साथ ही लाॅक डाउन का जो फैसला मोदी सरकार ने लिया था, कारगर साबित हुआ था, लेकिन राज्यों के मुख्यमंत्रियों की हठधर्मिता के चलते अनलाॅक की जो प्रक्रिया शुरू हुई, उसका परिणाम है कि लोगों ने संयम छोड़ा और लापरवाही दिखाई, जिसकी परिणिति सबके सामने है।