Grand NewsGrand News
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: Signal ऐप किया है डाउनलोड, तो जरूर जान लें ये टॉप-5 सीक्रेट फीचर्स, यूजर प्राइवेसी के लिहाज से हैं अहम
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Grand NewsGrand News
Search
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Grand Newsटेक्नोलॉजी

Signal ऐप किया है डाउनलोड, तो जरूर जान लें ये टॉप-5 सीक्रेट फीचर्स, यूजर प्राइवेसी के लिहाज से हैं अहम

Neeraj Gupta
Last updated: 2021/01/19 at 3:08 PM
Neeraj Gupta
Share
3 Min Read
SHARE

WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी के आने के बाद से Signal ऐप को खूब डाउनलोड किया जा रहा है। हालांकि यूजर को Signal ऐप पर अपनी प्राइवेसी पर मेंटेन करने के लिए खुद से कुछ बदलाव करने होंगे। बता दें कि Signal ऐप यूजर की प्राइवेसी के लिए कई सारे फीचर देता है, जिन्हें यूजर को एक्टिवेट करना होता है। इसके बाद कोई भी आपके चैट की स्क्रीन शॉट नहीं ले सकेगा। ऐसे कई सारे फीचर Signal ऐप में मौजूद है, जिनके बारे में हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं, जो यूजर प्राइवेसी के लिहाज से काफी अहम हैं।

- Advertisement -

Relay Call 

- Advertisement -
Ad image
- Advertisement -

Signal ऐप का Relay Call फीचर यूजर सिक्योरिटीट के लिहाज से काफी अहम है। इसे सेटिंग ऑप्शन में जाकर एक्टिवेट करना होगा। इसके बाद अगर आप किसी को कॉल करते हैं, तो कोई आपके IP एड्रेस की जानकारी नहीं हासिल कर पाएगा।

- Advertisement -

Screen Security 

- Advertisement -

Signal में दिये जाने वाले स्क्रीन सिक्योरिटी फीचर के ऑन होने के बाद कोई भी यूजर चैट की स्क्रीन शॉट नहीं ले सकेगा। साथ ही कोई थर्ड पार्टी ऐप आपकी चैट को एक्सेस नहीं कर पाएगा। इस फीचर को भी Signal ऐप की सेटिंग में जाकर ओपन करना होगा।

Google सर्च में आपने अक्सर Incognito ब्राउजर फीचर का नाम सुना होगा। आमतौर पर जब आप कोई टाइपिंग करते हैं, तो कंपनी के पास इसका पूरा डेटा जाता है। इसी के सहारे टाइपिंग में आपको ऑटो करेक्ट या सजेशन मिलते रहते हैं। लेकिन Signal ऐप में इसे बंद करने का ऑप्शन दिया गया है, जिससे टाइपिंग कंपनियों के पास कोई डेटा नहीं जाएगा।

Disappearing Messages 

WhatsApp में Disappearing Message का सपोर्ट दिया गया है। यह फीचर WhatsApp में भी मिलता है। हालांकि WhatsApp से अलग Signal में मैसेज के डिलीट होने की टाइम लिमिट को सेट किया जा सकेगा, जो कि 10 सेकेंड से लेकर 11 घंटे है।

Disable Typing Indicator

अक्सर आपने देखा होगा कि अगर WhatsApp पर कोई आपको मैसेज टाइप कर रहा है, तो आपको टाइपिंग का मैसेज दिखेगा। लेकिन Signal ऐप में इसे बंद किया जा सकता है। Signa ऐप की सेटिंग में जाकर Typing Indicator को डिसेबल किया जा सकता है.

TAGGED: GRAND NEWS, INDIA
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article सूनी गोद भरने का दावा कर ठगी… तंत्र-मंत्र का ढोंग और लूट ली गाढ़ी कमाई
Next Article रायपुर : प्रेमी-प्रमिका के बीच सहेली को बोलना पड़ा भारी… प्रेमी ने मारा चाकू… फिर जो हुआ… 
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

पीएम आवास में लापरवाही पर सख्ती: 11 पंचायत सचिवों को कारण बताओ नोटिस, कलेक्टर उइके ने दी चेतावनी
Grand News May 12, 2025
CG NEWS : साइकिल से जा रहे ग्रामीण पर जंगली सूअर में किया हमला, इलाज के दौरान बुजुर्ग की मौत 
Grand News May 12, 2025
रायपुर।CG : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय निकायों में जैव अपशिष्ट और कृषि अपशिष्ट के प्रसंस्करण के लिए बायो-सीएनजी प्लांट स्थापित किए जाएंगे। बीपीसीएल और गेल के सहयोग से 800 करोड़ रुपए की लागत से इन संयंत्रों का निर्माण होगा। नगरीय प्रशासन विभाग ने प्रदेश के आठ स्थानों पर जमीन चिन्हित कर ली है और जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। विभाग के अनुसार, एक महीने के भीतर टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि 17 अप्रैल 2025 को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इन संयंत्रों के लिए सार्वजनिक उपक्रमों को एक रुपये प्रति वर्गमीटर की रियायती दर पर जमीन आवंटित करने का निर्णय लिया गया था। इसके तहत बीपीसीएल और गेल को 10 एकड़ जमीन 25 साल की लीज पर दी जाएगी। क्या है बायो-सीएनजी बायो-सीएनजी जैविक अपशिष्ट जैसे पशु अपशिष्ट, खाद्य अपशिष्ट और औद्योगिक कीचड़ से बनाया जाता है। यह प्रक्रिया एनारोबिक डाइजेस्टर में होती है, जहां अपशिष्ट को बायोगैस और डाइजेस्टेट में बदला जाता है। बायोगैस को संसाधित कर 95% शुद्ध मीथेन गैस प्राप्त की जाती है, साथ ही उच्च गुणवत्ता वाला तरल उर्वरक भी बनता है। यह पहल न केवल अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देगी, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगी।
CG : छत्तीसगढ़ के रायपुर सहित 8 शहरों में लगेंगे बायो-सीएनजी प्लांट
Grand News छत्तीसगढ़ May 12, 2025
CG VIDEO : बाइक पर मस्ती करते नजर आए पांच युवक, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, कार्रवाई की मांग
Breaking News कोरबा छत्तीसगढ़ May 12, 2025
Follow US
© 2024 Grand News. All Rights Reserved. Owner - Rinku Kahar. Ph : 62672-64677.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?