कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया के विवादित बयान के बाद अब भाजपा ने सिलसिलेवार भूरिया पर हमला बोला है। इस मामले पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि ’’यत पिंडे तत ब्रह्मांडे’’ जैसी शिक्षा मिली है, वैसा ही कहा जा रहा है, मिश्रा ने कहा कि भूरिया का जो बयान है वह आसुरी प्रवृत्ति का द्योतक है। उनके गुरु दिग्विजय सिंह जो है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि द्वापर युग से सतयुग तक हम देखते हैं कि जब जब कोई अच्छा काम होता था उसमें आसुरी शक्तियां व्यवधान डालती थी, आज भी कुछ वैसा ही है। इसीलिए श्री राम मंदिर के निर्माण संबंधी धन संग्रह में इस प्रकार के बयान दिए जा रहे हैं।
दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया ने अयोध्या में निर्माणाधीन रामलला के मंदिर निर्माण के लिए देशभर में जारी चंदा को लेकर बयान दिया। भूरिया ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के बहाने भाजपा के लोग चंदा वसूली कर रहे हैं और उसी पैसे से जाम से जाम टकरा रहे हैं। भूरिया के इस बयान पर बीजेपी नेता और मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि भूरिया का बयान शर्मनाक है, भूरिया और कांग्रेस राम के नाम को बदनाम कर रही हैं। भाजपा कार्यकर्ता चंदा वसूली नहीं कार सेवा कर रहे हैं। भूरिया का बयान उनका चरित्र बता रहा है।
वहीं मध्यप्रदेश के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने राम मंदिर धन संग्रह को लेकर कांतिलाल भूरिया के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भूरिया अपने राजनैतिक गुरु दिग्विजय सिंह से ही कुछ सीख लेते, मुस्लिम परस्त होते हुए भी दिग्विजय ने राम मंदिर के लिए चंदा दिया है। वहीं बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि उनके क्षेत्र में धर्मांतरण होता है तब क्यों सवाल खड़ा नहीं करते भूरियाजी? आदिवासियों को हिंदुओं से काटने का प्रयास होता है तब सवाल क्यों नहीं उठाते? जब अलगाववद की बात होती है तब जबान क्यों नहीं खुलती? किसके कहने पर षड्यंत्र का शिकार हो रहे हैं?