नई दिल्ली। कोरोना को पूरी तरह हरा देने वाले देशों को भी संक्रमण से बचाव के उपायों की ओर लौटना पड़ रहा है। इनमें न्यूजीलैंड का नाम भी शामिल है, जहां के सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में तीन दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है। लॉकडाउन के नियम रविवार आधी रात से लागू हो जाएंगे। शहर में कोरोना के मामले सामने आने के बाद सरकार को लॉकडाउन का फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने कैबिनेट के साथ मीटिंग के बाद शनिवार को ऑकलैंड में लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि संक्रमण के नए मामले की पूरी जानकारी मिलने तक वे पूरी तरह से सतर्क हैं। डॉक्टर इस बात का भी पता लगा रहे हैं कि क्या वायरस के नए मामले पहले से ज्यादा संक्रामक हैं।
‘No Risk’ जैसी कोई चीज नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि सावधानी के मद्देनजर दूसरे शहरों में भी कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए गए हैं ताकि ऑकलैंड की तरह वहां लॉकडाउन न लगाना पड़े. रविवार को ऑकलैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों ने शहर में सामने आए कोरोना पॉजिटिव मामलों की जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि एक ही परिवार के तीन सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। तीनों के संक्रमण की पहचान अभी नहीं हो पाई है इसलिए इसे फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है। न्यूजीलैंड के Covid-19 Response Minister क्रिस हिपकिंस ने कहा कि न्यूजीलैंड ने दूसरे देशों की तुलना में कोरोना को हराने में ज्यादा कामयाबी हासिल की है लेकिन हमारा शुरुआत से ही यह मानना है कि ‘No Risk’ जैसी कोई चीज नहीं होती।
प्रधानमंत्री ने रद्द किए सभी कार्यक्रम
पीएम जेसिंडा ने अपनी सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और वापस वेलिंग्टन लौट चुकी हैं। वो कोरोना प्रसार को रोकने के लिए अहम फैसले ले रही है। बता दें कि न्यूजीलैंड कोरोना पर जीत हासिल करने में सबसे ज्यादा सफल रहा है. देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर अभी भी यात्रियों की जांच की जा रही है। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें दो हफ्ते के लिए क्वारंटीन किया जाता है।