राजधानी समेत पूरे प्रदेश में अगले चार दिन तक दोपहर ही नहीं बल्कि रात का तापमान भी बढ़ने के आसार नहीं है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार प्रदेश के चारों ओर अलग-अलग सिस्टम या उनका असर रहेगा। इस वजह से पश्चिम से गर्म हवा 3-4 नहीं आएगी। इसी हवा के कारण प्रदेश में गर्मी बढ़ती है। यही नहीं, 18 मार्च को प्रदेश में कुछ जगहों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
इसलिए माना जा रहा है कि मार्च के अंतिम सप्ताह तक तेज गर्मी से राहत रहनेवाली है। प्रदेश में इस साल गर्मी की शुरुआत थोड़ी धीमी रहेगी। मौसम विभाग ने मार्च तक तेज गर्मी शुरू नहीं होने का अनुमान पहले ही जारी कर दिया है।
अब तक राजधानी सहित प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में तापमान सामान्य के आसपास ही बना हुआ है। रविवार को भी ज्यादातर जगहों पर पारा नार्मल या उससे थोड़ा कम रहा। राजधानी में दिन का तापमान 34.6 डिग्री रिकार्ड किया गया। यह सामान्य के बराबर है। रात में भी पारा ज्यादा चढ़ा नहीं, 20.4 डिग्री रिकार्ड किया गया। यह भी सामान्य है।
बिलासपुर और जगदलपुर में भी पारा 34 डिग्री के करीब रहा, लेकिन इन जगहों पर यह तापमान सामान्य से एक डिग्री कम है। अंबिकापुर, पेंड्रारोड में पारा 30 से 32 और दुर्ग तथा राजनांदगांव में यह 36 डिग्री के आसपास रहा। सभी जगह मौसम शुष्क और आसमान साफ है।
चारों तरफ कई सिस्टम
हवा की दिशा अभी उत्तर-पश्चिमी है। लालपुर मौसम केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार केरल से मप्र तक एक द्रोणिका है। पूर्वी राजस्थान में ऊपरी हवा में चक्रवात है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ है तथा 16 मार्च को एक और विक्षोभ बनने की संभावना है।
इस वजह से प्रदेश में अभी पश्चिम से गर्म हवा नहीं आएगी। ऐसे में गर्मी बढ़ने के आसार कम हैं। यही नहीं, मार्च के दूसरे पखवाड़े के शुरुआती दिन भी ज्यादा गर्म नहीं रहेंगे। 18 मार्च के आसपास कुछ जगह गरज-चमक के साथ बौछारें भी संभव हैं।