कोरोना की जंग जीतकर वापस लौटी 92 वर्षीय बल्दी बाई…सीएम भूपेश बघेल ने कलेक्टर निलेश क्षिरसागर को बल्दी बाई के स्वास्थ्य को लेकर दी थीं जिम्मेदारी वही लगतार मेकाहरा में डॉक्टर की टीम से सम्पर्क में थे
गरियाबंद। कांग्रेस की पोस्टर लेडी बल्दी बाई कोरोना से जंग जीतकर वापिस लौट आयी है। 92 वर्षीय बल्दी बाई कोरोना संक्रमित हो गयी थी। एंटीजन टेस्ट के बाद उन्हें तत्काल रायपुर मेकाहारा शिफ्ट किया गया था। 10 दिन इलाज के बाद आज उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक फिलहाल वे पूरी तरह स्वस्थ्य है लेकिन फिलहाल उनका नियमत चेकअप जारी रहेगा।
25 अप्रैल को बल्दी बाई में सर्दी खांसी के लक्षण दिखाई दिए थे। मैनपुर स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनका एंटीजन टेस्ट किया गया जिसमें वे कोरोना पॉजिटिव पायी गयी। इसके बाद उन्हें तत्काल मेकाहारा शिफ्ट किया गया। जहां इलाज के बाद अब वे स्वस्थ्य होकर वापिस लौट आयी है।
बल्दी बाई के पॉजिटिव होने की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अस्पताल के डॉक्टरों से चर्चा की ओर उनके बेहतर इलाज के निर्देश दिए थे। सीएमएचओ डॉक्टर एनआर नवरत्न ने बताया कि बल्दी बाई कोरोना से मुक्त एवं स्वस्थ होकर वापिस लौट आयी है। यहां जिला चिकित्सालय में सामान्य चेकअप के पश्चात उन्हें उनके गृहग्राम कुल्हाड़ी घाट के लिए रवाना कर दिया गया है।उन्होंने कहा कि अभी भी उनका नियमित तौर पर स्वास्थ्य चेकअप किया जाएगा ।
डॉ नवरत्न ने बताया कि कलेक्टर निलेश क्षीरसागर के निर्देश पर वे प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य के बारे में रायपुर के डॉक्टरो से चर्चा कर जानकारी लेते रहे और उनके बेहतर इलाज के लिए प्रयास कर रहे थे ।
बल्दीबाई 80 के दशक में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांघी ओर उनकी पत्नी सोनिया गांघी को अपनी झोपड़ी में बिठाकर कंदमूल खिलाने के बाद अचानक सुर्खियों में आई थी। तब से बल्दीबाई कांग्रेस पोस्टर लेडी बनी हुई है।