ग्रैंड न्यूज, रायपुर। कोरोना महामारी के इस संकट काल में भी आपदा को अवसर बनाने का खेल जोरों पर चल रहा है। संकट की घड़ी में भी कई ऐसे कारोबारी हैं जिन्हें मिलावटखोरी, मुनाफाखोरी और काले कारनामों को अंजाम देने में हमेशा रुचि बनी रहती है। इसके बाद दूसरे लोगों का अंजाम क्या होता है इससे उन्हें शायद कोई लेना-देना भी नहीं।
कोरोना महामारी में सुरक्षा के लिए सैनिटाइजर को काफी महत्वपूर्ण बताया गया है। इसके साथ ही राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के कई हिस्सों में सैनिटाइजर निर्माण का काम शुरू हो गया। बड़ी तादाद में लोगों ने इसे सेवा भाव के चलते बखूबी अंजाम भी दिया, लेकिन इस बीच मुनाफाखोरों ने सैनिटाइजर को ही अपने गोरखधंधे का हथियार बना लिया।
यह एक कड़वी सच्चाई है कि दुकानों में बेच जा रहा सैनेटाइजर जहरीला निकला है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में सैनेटाइजर में जहरीला केमिकल मिले होने का खुलासा हुआ था। इससे पहले जहरीलीे सेनेटाइजर बेचे जाने के खुलासे के बाद ड्रग विभाग हरकत में आया है। शहर में कई जगहों पर ड्रग इंस्पेक्टर्स ने दबिश दी थी।
सैनेटाइजर के अलग-अलग ब्रांड का सैंपल लिया गया था। 6 में से 4 कंपनियों के सैनेटाइजर में मिथाइल अल्कोहल पाया गया है। मिथाइल अल्कोहल जहरीली और जानलेवा होता है।
सैनेटाइजर में 50 प्रतिशत से अधिक मात्रा में मिथाइल अल्कोहल मिला है। लैब में जांच के बाद इसका खुलासा हो पाया है। खुलासा के बाद हरकत में आए ड्रग निरीक्षक अब सैनेटाजइर के अलग-अलग ब्रांड का सैंपल ले रहे हैं।