कोरोना का कहर पूरे भारत के कई हिस्सों में बरस रहा है। इसी बीच एक बड़ी ख़बर सामने आ रही है। कोरोना की दूसरी लहर से अभी सरकार निपटने में जुटी है। लेकिन कानपुर आईआईटी के वैज्ञानिकों ने गणितीय तरीके से मैडीकॉम भविष्यवाणी की है.जिसमे ये कहा गया है कि कोरोना की तीसरी लहर भारत को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है.वैज्ञानिकों की माने तो आज से ठीक 5 महीने बाद यानी अक्टूबर में पूरे भारत में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है.आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने अध्ययन का संचालन करने के लिए गणितीय मॉडल फॉर्मूला का उपयोग किया।
वैज्ञानिकों का दावा
रिसर्च में वैज्ञानिकों ने कहा कि अभी महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति पहले स्टेज पर है। जबकि यूपी, दिल्ली,गुजरात और पश्चिम बंगाल में कोरोना का तांडव जारी है। वैज्ञानिकों की माने तो कोरोना सबसे ज्यादा महाराष्ट्र और दिल्ली में अपना असर दिखाएगा।
रिसर्च में वैज्ञानिकों ने कहा कि अभी महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति पहले स्टेज पर है। जबकि यूपी, दिल्ली,गुजरात और पश्चिम बंगाल में कोरोना का तांडव जारी है। वैज्ञानिकों की माने तो कोरोना सबसे ज्यादा महाराष्ट्र और दिल्ली में अपना असर दिखाएगा।
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कोरोना का कहर पूरे भारत के कई हिस्सों में बरस रहा है। इसी बीच एक बड़ी ख़बर सामने आ रही है। कोरोना की दूसरी लहर से अभी सरकार निपटने में जुटी है। लेकिन कानपुर आईआईटी के वैज्ञानिकों ने गणितीय तरीके से मैडीकॉम भविष्यवाणी की है.जिसमे ये कहा गया है कि कोरोना की तीसरी लहर भारत को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है.वैज्ञानिकों की माने तो आज से ठीक 5 महीने बाद यानी अक्टूबर में पूरे भारत में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है.आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने अध्ययन का संचालन करने के लिए गणितीय मॉडल फॉर्मूला का उपयोग किया।वैज्ञानिकों का दावा
रिसर्च में वैज्ञानिकों ने कहा कि अभी महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति पहले स्टेज पर है। जबकि यूपी, दिल्ली,गुजरात और पश्चिम बंगाल में कोरोना का तांडव जारी है। वैज्ञानिकों की माने तो कोरोना सबसे ज्यादा महाराष्ट्र और दिल्ली में अपना असर दिखाएगा।ALSO READ- काम की खबर : कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों को कितने दिन में लगवाना चाहिए टीका ? जानिए एक क्लिक में….क्या चुनावी रैलियों से फैला कोरोना ?
वैज्ञानिकों से जब चुनावी रैलियों और कुंभ के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नया स्ट्रेन महाराष्ट्र,दिल्ली और आंध्रप्रदेश में देखा गया है। इन तीनों ही जगहों पर कोविड केसेस ने रिकॉर्ड तोड़े है। जबकि इन तीनों राज्यों में कहीं भी चुनावी रैलियां नहीं हुई।इसलिए चुनावी रैलियों से कोरोना संक्रमण का तेजी से फैलना सही नहीं है।
दूसरी लहर कब होगी खत्म?वैज्ञानिकों ने भविष्यवाणी की है कि कोरोना की दूसरी लहर जुलाई में समाप्त होगी. एकत्रित कोरोना डेटा का विश्लेषण करने के बाद, तीसरी लहर अक्टूबर से शुरू हो सकती है, हालांकि इस तीसरी लहर के प्रभाव की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है.कोरोना की स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए, सितंबर-अक्टूबर तक देश की अधिकतम आबादी को टीका लगाया जाना चाहिए.ALSO READ- काम की खबर : कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों को कितने दिन में लगवाना चाहिए टीका ? जानिए एक क्लिक में….
क्या चुनावी रैलियों से फैला कोरोना ?
वैज्ञानिकों से जब चुनावी रैलियों और कुंभ के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नया स्ट्रेन महाराष्ट्र,दिल्ली और आंध्रप्रदेश में देखा गया है। इन तीनों ही जगहों पर कोविड केसेस ने रिकॉर्ड तोड़े है। जबकि इन तीनों राज्यों में कहीं भी चुनावी रैलियां नहीं हुई।इसलिए चुनावी रैलियों से कोरोना संक्रमण का तेजी से फैलना सही नहीं है।
वैज्ञानिकों से जब चुनावी रैलियों और कुंभ के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नया स्ट्रेन महाराष्ट्र,दिल्ली और आंध्रप्रदेश में देखा गया है। इन तीनों ही जगहों पर कोविड केसेस ने रिकॉर्ड तोड़े है। जबकि इन तीनों राज्यों में कहीं भी चुनावी रैलियां नहीं हुई।इसलिए चुनावी रैलियों से कोरोना संक्रमण का तेजी से फैलना सही नहीं है।
दूसरी लहर कब होगी खत्म?