प्रदेश में नेताओं के खींचतान के बीच पोस्टर पॉलिटिक्स सामने आ रही है। बुधवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर लगाए गए मुख्य होर्डिंग से पूर्व CM वसुंधरा राजे की फोटो गायब हुई। अब झालावाड़ में वसुंधरा राजे व उनके पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह के गुमशुदगी के पोस्टर चर्चा का विषय बन गए। इस पर बीजेपी कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिली है।
दरअसल सुबह झालावाड़ व झालरापाटन शहर के प्रमुख चौराहों पर सुबह दर्जनों ऐसे पोस्टर चस्पा मिले, जिन पर गुमशुदा की तलाश लिखा हुआ था। इन पोस्टर पर पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक वसुंधरा राजे और सांसद दुष्यंत सिंह के फोटो थे। पोस्टर पर निवेदक के तौर पर झालावाड़ की परेशान जनता का हवाला दिया गया।
पोस्टर में विधायक और सांसद को ढूंढने वाले को इनाम देने की भी घोषणा भी की गई थी। सड़क, चौराहों से गुजरने वाले लोग रुक कर पोस्टर को पढ़ते नजर आए। थोड़ी देर में ये सूचना शहर में आग की तरह फैल गई। प्रशासन हरकत में आया। प्रशासन के निर्देश पर शहर में चस्पा अधिकतर पोस्टरों को हटवाया गया। वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी कई पोस्टर फाड़े।
प्रकरण को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष संजय जैन ने नाराजगी जताई। और इसे लोगों में भ्रम पैदा करने की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग जनता की सेवा, मदद नही कर सकते, जिनमें काम करने का दमखम नही होता। ऐसे लोग दूसरों के काम मे कमियां निकालने का काम करते हैं। और ऐसी ओछी हरकत करते हैं। वसुंधरा राजे ने 32 साल में झालावाड़ को बहुत कुछ दिया है। वे कोरोना काल में जनता के सम्पर्क में रही हैं।