छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से महज 40 किमी दूरी पर स्थित राजिम त्रिवेणी संगम सर्वप्रसिद्ध स्थल है। यहां पर आस्था और विश्वास के साथ पर्यटन का भी समागम है। भगवान शिव के भक्तों को यहां पर कुलेश्वर महादेंव के दर्शन प्राप्त होते हैं, तो भगवान राम से भी इस जगह का आत्मीय संबंध है।
राजिम त्रिवेणी संगम को सुगम बनाने के लिए श्रद्धालुओं की मांग पर यहां करोड़ों खर्चकर लक्ष्मण झूला का निर्माण भाजपा शासन में शुरू हुआ था, जो अब बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन लोकार्पण की बाट जोह रहा है।
झूले के लोकार्पण को लेकर जहां लोगों के दिमाग में सवाल कौंधने लगे हैं, तो चर्चाएं भी हो रही हैं। कई मायनों में इसे राजनीतिक मामलों से जोड़कर देखने का प्रयास किया जा रहा है। इन सबसे परे, स्थानीय लोगों के साथ ही प्रदेश के श्रद्धालुओं की मांग है कि लक्ष्मण झूला को जल्द से जल्द उपयोग में लाया जाए, ताकि राजिम दर्शन का आनंद लोगों को मिल पाए।
नजर आएगा विहंगम दृश्य
राजिम दर्शन के लिए प्रदेशभर से लोग अनायास ही पहुंचते रहते हैं। दूसरी तरफ अब इसे प्रयागराज के तौर पर भी उपयोग में लाया जा रहा है, अस्थि विसर्जन से लेकर श्राद्ध कार्यक्रम भी यहां पर होने लगे हैं, जिसकी वजह से यहां पर पूरे साल लोगों का जमावड़ा बना रहता है। ऐसे में राजिम आने वालों को लक्ष्मण झूला के माध्यम से विहंगम दृश्य का भी लाभ मिल सकता है।