टोक्यो ओलंपिक में भारत के नाम आखिरकार एक स्वर्ण पदक आ ही गया। हालांकि उम्मीद काफी थी, लेकिन नीरज चोपड़ा के शानदार प्रदर्शन के बूते एक ही सही, पर गोल्ड मेडल मिलना देश के लिए दिवाली जैसा ही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओलंपिक खेलने के लिए जाने वाले प्रत्येक खिलाड़ी से कहा था कि किसी को भी अपेक्षाओं के बोझ तले दबने की आवश्यकता नहीं है। केवल बेहतर प्रदर्शन करना है। इसका सीधा तात्पर्य यही था कि टोक्यो में ओलंपिक खेलने वाले खिलाड़ियों को मेडल जीतने के लक्ष्य से कहीं ज्यादा अपने बेहतर खेल का प्रदर्शन करना था।
हरियाणा के नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में वही किया। उन्होंने ना केवल अपना बेहतर प्रदर्शन किया, बल्कि सीधे गोल्ड पर ही कब्जा जमा लिया। ओलंपिक पर जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नीरज चोपड़ा से ‘मन की बात’ में चर्चा की थी। जिसमें नीरज ने अपने ‘मन की बात’ पीएम मोदी को बताई थी।
जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा आज देश के स्वर्ण सपूत बनकर उभरे हैं। उन्होंने देश के लिए ना केवल स्वर्ण जीता है, बल्कि देशवासियों के दिल को जीत लिया है। आलम यह है कि नीरज पर धनवर्षा शुरु हो चुकी है। हरियाणा सरकार ने जहां 6 करोड़ नगद और क्लास वन का जॉब देने की बात कही है, तो देशभर से उनके खाते में 13.75 करोड़ रुपए जमा होने वाले हैं।