महाराष्ट्र की संस्कारधानी पुणे, गैंगरेप की दिल दहलाने वाली वारदात के बाद सुर्खियों में है। यहां कुछ लोगों ने पहले 14 साल की बच्ची का अपहरण किया, फिर उसे 5 अलग-अलग ठिकानों पर 48 घंटे तक कई बार गैंगरेप का शिकार बनाया। जब बच्ची की हालत खराब हो गई, तो दरिंदों ने उसे पुणे से मुंबई भेज दिया। बच्ची यहां से अपने एक दोस्त के साथ चंडीगढ़ पहुंची। यहां GRP ने बच्ची को बरामद किया और पुणे पुलिस को सौंप दिया। इस मामले में पुणे पुलिस ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें बच्ची का एक दोस्त, रेलवे के दो कर्मचारी और 11 ऑटोरिक्शा ड्राइवर शामिल हैं।
बच्ची का पुणे के एक हॉस्पिटल में इलाज जारी है। डॉक्टरों का कहना है कि वह खतरे से बाहर है। शारीरिक जख्म भले ही भर जाएं, लेकिन उसे जो मानसिक आघात हुआ है, वह शायद पूरी जिंदगी नहीं भरने वाला। बच्ची के परिजन सिर्फ इतना कह रहे हैं कि हम पहले से परेशान हैं, हमसे बात कर हमारी परेशानी और मत बढ़ाइए। इस मामले की जांच करने वाली ऑफिसर DCP नम्रता पाटिल ने जो बताया कि यह वाकई रोंगटे खड़े करने वाला मामला है।
पुणे में अलग-अलग जगहों पर हुआ रेप
ऑटो ड्राइवर ने बच्ची का अपहरण किया और एक सुनसान जगह ले जाकर उसके साथ रेप किया। इसके बाद उसने अपने एक दोस्त को बुलाया और नाबालिग को उसे सौंप दिया। इसके बाद लड़की को एक होटल में ले जाकर तीन अन्य लोगों ने उसके साथ बारी-बारी से रेप किया। अगले दिन भी इसी होटल में चार और लोगों ने पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बनाया। फिर आरोपी लड़की को लेकर एक रूम में गए और वहां भी कई बार उसके साथ रेप किया। 12 आरोपियों ने लड़की से साथ पुणे के विश्रांतवाड़ी, विमान नगर, कोंढवा और कुछ अन्य स्थानों पर रेप किया।
अभी तक इस मामले में मशक कन्याल (27), अकबर शेख (32), अजरुद्दीन अंसारी (27), नोएल खान (24), आसिफ पठान (36), प्रशांत गायकवाड़ (29), रफीक शेख (32), राजकुमार प्रसाद (29), गोलू (19) और चार अन्य को गिरफ्तार किया गया है।