‘मेरे इसी पोस्ट पर मुझे विघटनकारी ताकतों की तरफ से निरंतर धमकियां मिल रही हैं। बठिंडा के एक भाई साहब ने तो मुझे खुलेआम जान से मारने की धमकी दी है। मैं इस तरह की गीदड़ भभकी या धमकियों से नहीं डरती। देश के खिलाफ षड्यंत्र करने वालो और आतंकी ताकतों के खिलाफ बोलती हूं और हमेशा बोलती रहूंगी। वह चाहे बेगुनाह जवानों के हत्यारे नक्सलवादी हो, टुकड़े टुकड़े गैंग हो या आठवें दशक में पंजाब में गुरूओं की पावन भूमि को देश से काटकर खालिस्तान बनाने का सपना देखने वाले विदेशों में बैठे हुए आतंकवादी हो’।