नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रान’ की रफ्तार ना केवल चिंता का विषय है, बल्कि भविष्य को लेकर आगाह करने वाला भी है। महज 29 दिनों के भीतर ‘ओमिक्रान’ ने देश के 26 राज्यों में अपनी पहुंच बना ली है, तो 1271 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। वहीं ‘ओमिक्रान’ से संक्रमित दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।
कोरोना के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रान’ ने सबसे पहले साउथ अफ्रीका में दस्तक दी थी, जिसके बाद वहां पर तेजी से प्रसार हुआ और दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में फैलता चला गया। कोरोना के इस नए वैरिएंट की ढूंढ़ने वाले वायरोलॉजिस्ट वोल्फगैंग प्रीजर का कहना है कि ‘ओमिक्रान’ के संक्रमण से बच पाना नामुमकिन है।
वायरोलॉजिस्ट वोल्फगैंग ने भारत में ‘ओमिक्रान’ को लेकर हैरान करने वाली कही है। उनका कहना है कि कोरोना का नया वैरिएंट भले ही पहले के वैरिएंट्स के मुकाबले कम खतरनाक है, लेकिन इसके संक्रमण की जद से बच पाना संभव नहीं है। यह तेजी से संक्रमित करने वाला वैरिएंट है और इसकी चपेट में आने वालों की मौत को भी नहीं रोका जा सकता है।
वायरोलॉजिस्ट वोल्फगैंग के मुताबिक जो लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, उनके लिए खतरे की बात नहीं है, लेकिन संक्रमण से अब तक जो बचे हैं, यदि ‘ओमिक्रान’ से संक्रमित होते हैं, तो उनके लिए ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।