Russia-Ukraine War: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम (State Congress President Mohan Markam)ने कहा कि डरपोक और निकम्मी मोदी सरकार के कारण यूक्रेन में अब तक दो भारतीय छात्रों की मौत हो चुकी है और साथ ही भारतीय छात्र छात्राओं के की पिटाई और उनके अपहरण की खबरें भी आ रही हैं। छत्तीसगढ़ के 261 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और उनके परिजन बेहद दहशत में हैं। युद्ध के पूर्वानुमान के बावजूद केंद्र में बैठी मोदी सरकार के नेता और स्वयं प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi)यूक्रेन से भारतीय छात्रों को सुरक्षित देश तक लाने का प्रबंध करने के बजाय चुनावी भाषण बाजी और सत्ता पाने के प्रबंध में लगी रही।अब हालात बिगड़ते देख छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)के नौटंकीबाज भाजपा नेता मोदी सरकार की नाकामी पर पर्दा डालने के लिए परिजनों से मिलने की नौटंकी कर रहे हैं। मोदी सरकार की संवेदनहीनता अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यूक्रेन में फंसे छात्र छात्राओं ने युद्ध शुरू होने की आशंका पर बहुत पहले से ही भारत सरकार को हजारों ईमेल्स और फोन किए मगर केंद्र की बहरी और सत्तालोलुप सरकार ने कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई। बात यहां तक पहुंच चुकी है कि भारतीय छात्र छात्राओं (Indian students)की हत्या अपहरण और मारपीट की दुःखद खबरें और वीडियो सामने आने लगे हैं। भारतीय छात्र-छात्राओं के साथ क्रूर व्यवहार किया जा रहा है, उन्हें लातों से पीटा जा रहा है। डरपोक मोदी सरकार के कारण वो चुपचाप इस बर्बरता को सहने को मजबूर हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं को उन 261 छात्रों की वास्तव में चिंता है तो उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के पास जाकर गुहार लगानी चाहिए कि छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश के छात्र छात्राओं को 24 घंटे के भीतर देश तक लाने की व्यवस्था करें और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कड़े शब्दों में कहे की भारतीय छात्रों पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए।