एसबी = पर्याप्त बारिश होने के कारण धान की बोनी का काम पूर्णता की ओर है। किस सिंचाई की सुविधा वाले किसानों ने रोपाई का काम लगभग पूरा कर लिया है लेकिन किसानों की असली समस्या खाद नहीं मिलने की है खासकर डीएपी जैसा उर्वरक नहीं मिल रहा है। जिसके कारण बोनी के बाद धान की फसल कुछ कमजोर होने की संभावना उठ खड़ी हो गई है। कलेक्टर सौरभ कुमार ने यह स्वीकार किया कि खाद की कमी है डीएपी जैसे खाद की मांग ज्यादा है लेकिन डीएपी की कमी को वर्मी कंपोस्ट से पूरा किया जाएगा किसी भी तरह से धान की फसलों को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। वे खेती किसानी के कार्यों की समीक्षा करने के बाद पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। कलेक्टर ने कहा की जिले में धान की फसल की स्थिति पर पूरी नजर है अधिकारियों को जिला स्तर पर निगरानी के लिए कहा गया है।