गरियाबन्द। छत्तीसगढ़ प्रदेश में अधिकारी एवं कर्मचारियों को केंद्र सरकार के द्वारा देय मंहगाई भत्ते एवं सातवें वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा भत्ता की मांग लंबित है। इसकी मांग को लेकर गरियाबन्द जिला मुख्यालय के समीप विश्व प्रसिद्ध भुतेश्वरनाथ महादेव में जलाभिषेक कर अनिश्चितकालीन आंदोलन का श्रीगणेश किया गया।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 34 प्रतिशत मंहगाई भत्ता के स्थान पर राज्य के कर्मचारियों, अधिकारियों व शिक्षकों को केवल 22 प्रतिशत महंगाई भत्ता देय है। साथ ही पेंशनरों को केवल 17 प्रतिशत मंहगाई भत्ता मिल रहा है, जबकि केंद्र सरकार व अन्य राज्य सरकारों द्वारा कर्मचारियों, अधिकारियों, शिक्षकों व पेंशनरों को 34 प्रतिशत मंहगाई भत्ता दिया जा रहा है। राज्य के कर्मचारियों को 12 प्रतिशत कम महगाई भत्ता देय है तथा गृह भाड़ा भत्ता को अब तक 7 वें वेतनमान के अनुरुप पुनरीक्षित नही किया गया है। जिससे छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारियों, शिक्षकों, अधिकारियों व पेंशनरों को प्रति माह 4 हजार से 14 हजार तक आर्थिक नुकसान हो रहा है।
इस मांग को लेकर पूरे प्रान्त की तरह गरियाबन्द जिला मुख्यालय में सावन के दूसरे सोमवार को जिलाअध्यक्ष परमेश्वर निर्मलकर एवं ब्लाक अध्यक्ष जितेंद्र सोनवानी के नेतृत्व में विश्व प्रसिद्ध भूतेश्वर नाथ महादेव जलाभिषेक किया गया। इससे पूर्व जिलामुख्यालय के गांधी मैदान में धरनास्थल पर एक सभा का आयोजन किया गया जिसे जिलाध्यक्ष परमेश्वर निर्मलकर, आई टी सेल प्रभारी गिरीश शर्मा,गौतम बिझेकर, दिनेश निर्मलकर, ब्लाक अध्यक्ष जितेंद्र सोनवानी ने सम्बोधित किया इस अवसर पर उमेश यदु, कामता साहू, नन्द कुमार रामटेके, सुरेश केला, संजीव सोनटेके,नोखे लाल साहू, रोमलाल निषाद, सुनील मेहर, नारायण निषाद, मुकुंद कुटारे, संजय यादव, दिनेश निर्मलकर, लोकेश ध्रुव, दानवीर साहू, भगवंत कुटारे,कमलेश त्रिवेंद्र, सरस सोम, जानकी निर्मलकर, संगीता सोनवानी, मीना चक्रधारी, संगीता केला के साथ ही प्रदेश , जिला एवं ब्लाक पदाधिकारीगण तथा शिक्षक शिक्षिका गण उपस्थित थे🙏🏻