छत्तीसगढ़ में अब गांव-गांव पशुपालक चार रुपए प्रति लीटर में गोमूत्र का विक्रय कर सकेंगे। हरेली के मौके पर होने वाली इस खरीदी से प्रदेश के गौवंशपालकों को आर्थिक रूप से बड़ी मजबूती मिलेगी। अब तक किसान गोबर का विक्रय करते आये थे , लेकिन अब गोमूत्र भी बेचने से उनकी आय में इजाफा होने से पशुधन विकास के कार्य को बढ़ावा मिलेगा। हरेली के अवसर पर ग्राम करसा में उत्सव जैसा माहौल बना हुआ था। मुख्यमंत्री आयोजन स्थल के समीप पूजास्थल बैलगाड़ी से पहुंचें। और कृषि उपकरणों की विधिविधान से पूजा अर्चना किया। इसके पश्चात सीएम बघेल प्रदेश के पारंपरिक गेड़ी खेल का भी लुत्फ उठाया। उन्होंने गेड़ी चढ़कर हरेली पर्व का उत्साह मनाया। इस मौके पर गेड़ी रेस, भौंरा, पिट्ठूल, कंचा, पतंग, गोली चम्मच, खोखो, रस्सा खींच, तिग्गा गोटी और गिल्ली डंडा जैसे खेलों का आयोजन भी किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोगों को हरेली पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरेली तिहार हमारे प्रदेश का पहला त्योहार है। इस बार अधिकांश जगहों पर अच्छी बारिश हुई है। कहीं-कहीं बारिश कम होने की वजह से दिक्कत भी है। सिंचाई के लिए जलाशयों से पानी छोड़े जाने की मांग भी आ रही है। जलाशयों से किसानों के जरूरत के मुताबिक सिंचाई के लिए पानी दिया जाएगा। वही मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी के छत्तीसगढ़ प्रभारी डी पुरंदेश्वरी विपक्ष की जो भूमिका रही है वह निराशाजनक था केंद्रीय नेतृत्व में हताशा और बढ़ेगी।