Burning Feet: कई लोग हैं, जो पैरों में खासतौर पर तलवों में जलन महसूस करते हैं। हालांकि, इसके गंभीरता से नहीं लिया जाता, लेकिन यह असल में कई गंभीर बीमारियों से संबंधित हो सकती है। आमतौर पर इसे डायबिटीज़ से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन इसके पीछे और भी कारण हो सकते हैं। पैरों में जलन हल्की से लेकर तेज़ और लगातार हो सकती है। इस दौरान आपके पैर गर्म हो सकते हैं, चुभन और सुनन भी हो सकते हैं। यह दर्द आमतौर पर रात के समय बढ़ जाता है।
इसके पीछे एथलीट्स फुट जैसी समस्या भी हो सकती है। हालांकि, इलाज शुरू करने से पहले इसकी वजह जानना ज़रूरी है। तो आइए जानें कि किन-किन वजहों से पैरों में जलन हो सकती है।
1. डायबिटिक न्यूरोपैथी
सालों से अनियंत्रित उच्च रक्त शर्करा धीरे-धीरे आपकी रक्त वाहिकाओं और नसों को नुकसान पहुंचा सकती है। उच्च रक्त शर्करा तंत्रिकाओं से संकेतों के संचरण को कम करती है। इससे शरीर के कई हिस्सों में महसूस होना बंद हो जाता है, जिसमें पैर भी शामिल हैं।
2. स्मॉल फाइबर सेंसरी न्यूरोपैथी
SFSN एक दर्दनाक न्यूरोपैथी है, जिसकी वजह से अक्सर पैरों में दर्दनाक जलन होती है। यह माइलिन म्यान के नुकसान के परिणामस्वरूप होता है, जो तंत्रिका तंतुओं को ढंकता है और उनकी रक्षा करता है। हालांकि, ज़्यादातर मामलों में इसकी वजह साफ नहीं होती, लेकिन डायबिटीज़ एक कारण हो सकती है।
3. पोषण की कमी
पोषण की कमी भी पैरों में जलन की एक वजह हो सकती है। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान भी एक तिहाई अमेरिकी कैदियों ने कुपोषण की वजह स पैरों में जलन का अनुभव किया था।
सालों से अनियंत्रित उच्च रक्त शर्करा धीरे-धीरे आपकी रक्त वाहिकाओं और नसों को नुकसान पहुंचा सकती है। उच्च रक्त शर्करा तंत्रिकाओं से संकेतों के संचरण को कम करती है। इससे शरीर के कई हिस्सों में महसूस होना बंद हो जाता है, जिसमें पैर भी शामिल हैं।
4. हाइपोथाइरॉइडिज़्म
एक अंडरएक्टिव थायरॉइड आपके शरीर में हार्मोन के संतुलन को बदल देता है। इसकी वजह से सूजन हो सकती है, जो नसों पर दबाव डालती हैं। हाइपोथाइरॉइडिज़्म में पैरों में जलन के साथ कमज़ोरी, वज़न का बढ़ना और रूखी त्वचा भी शामिल है।
5. संक्रमण
पैरों में जलन कई तरह के इन्फेक्शन के कारण भी हो सकती है:
लाइम डिज़ीज़
एचआईवी
सिफीलिस
6. एथलीट्स फुट
एथलीट्स फुट एक फैलने वाला फंगल इन्फेक्शन है, जो आमतौर पर एथलीट्स में ही देखा जाता है। इसे टिनिया पेडिस भी कहते हैं, जो अंगूठे के नाखून और हाथों को प्रभावित कर सकता है। इसके सबसे आम लक्षणों में जलन, चुभन और खुजली है, जो अंगलियों के बीच या फिर तलवों पर हो सकती है।
7. किडनी की बीमारी
जब आपकी किडनी सही तरीके से काम नहीं करती हैं, तो इससे खून में टॉक्सिन बनने लगते हैं। इसकी वजह से पैर में सूजन और खुजली हो सकती है।
8. पेरीफेरल आर्टिरी डिज़ीज़
PAD में पैरों और पंजों में रक्त ले जाने वाली धमनियां सिकुड़ने लगती हैं। इसमें भी व्यक्ति पैरों और पंजों में जलन महसूस करता है। खासतौर पर चलते या फिर एक्सरसाइज़ करते वक्त।