जगदलपुर। मौत कब किसको कहां पर आ जाए ये कोई नहीं जानता, पलक झपकते ही यमराज दस्तक दे देता है, लेकिन कई मौत ऐसी होती हैं, जो रुलाकर जाती हैं
और आंसूओं की जगह आंखों में लहू देकर जाती हैं. किसी शख्स ने कहा था कि तन को मिट्टी नफ़स को हवा ले गई, मौत को क्या मिला मौत क्या ले गई.
ये मौत किसी आम इंसान की नहीं है, एक जवान की है, जिसने बस्तर को आंसूओं से तर-बतर कर दिया. ये मौत एक रखवाले की है, जिसने प्रदेश को रुला दिया.
एक साथ 5 मौतें हुईं, स्थिति इतनी भयावह थी कि गैस कटर से काटकर लाश निकालनी पड़ी. इस दौरान सबकी आंखें नम थी, बस चारों तरफ चीख पुकार मची हुई थी. सभी वो काली मौत को कोस रहे थे.
दरअसल, ये मातम से भरा पूरा मामला जगदलपुर का है. जहां आज तड़के सुबह हुए दर्दनाक सड़क हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक जवान भी शामिल था.
जिला बल का एक जवान अभिषेक सेठिया जो बस्तर में नक्सल मोर्चे पर पदस्थ था, जो जगदलपुर पुलिस लाइन में सेवाएं दे रहा था. इससे पहले सुकमा जिले में कई बार नक्सलियों से सामना कर चुका था. नक्सलियों को धूल चटा चुका था. सुबह जवान की मौत की खबर सुनने के बाद पुलिस विभाग में मातम सा पसर गया.