चिकित्सा के क्षेत्र में भिलाई शहर का नाम अब सर्वोच्च स्थान पर है । वही भिलाई के बी. एम. शाह अस्पताल जैसे आधुनिक तकनीकों से लैस अस्पताल स्थापित है और यह अस्पताल प्रतिदिन अपनी सर्वोत्तम चिकित्सकीय प्रणाली के दम पर नित नए आयामों को छूता जा रहा है ।
नए मामले में जोन २ खुर्सीपार निवासी, एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल मरीज नित्यानंद तिवारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज की हालत गंभीर थी, वो बेहोशी की अवस्था में था, मरीज के बचने की उम्मीद बहुत कम थी, परंतु बी. एम. शाह अस्पताल के डॉक्टरों एवं उनकी आई.सी. यू. की ट्रॉमा टीम की कड़ी मेहनत से उस मरीज को नया जीवनदान दिया गया। मरीज को सड़क दुर्घटना में सर पर गंभीर चोट आई थी जिसका इलाज करना वाकई काफी मुश्किल भरा था लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने हार नहीं मानी और अपना सर्वोत्तम प्रयास जारी रखा , मरीज के परिजन को भरोसा था जिसकी वजह से मरीज को आज नया जीवन मिल पाया है डॉक्टरों का कहना है कि वह धीरे-धीरे अपने परिवारिक परिवेश में रहकर बिल्कुल पहले की तरह सामान्य जीवन जीना प्रारंभ कर देगा ।
वहीं सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल आए मरीज के परिजनों ने भी बी.एम. शाह अस्पताल के अनुभवी डॉक्टरों और पूर्णता प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ का हृदय से आभार जताया है और इन्हें पूरे प्रदेश का सबसे अच्छा चिकित्सीय प्रतिष्ठान और चिकित्सीय प्रबंधन के साथ चिकित्सीय टीम बताया है ।
परंतु कई बार ऐसा देखा की किसी कारण बस , कई परिजन अपने पारिवारिक सदस्यों को खो देते हैं और जिस का इल्जाम ऐसे चिकित्सीय प्रबंधन और प्रतिष्ठान पर लगाते हैं जहां की चिकित्सा प्रणाली सर्वश्रेष्ठ होती है सर्वप्रथम आम जनमानस को यह समझना होगा कि कोई भी डॉक्टर कभी यह नहीं चाहता कि वह इस मरीज का इलाज कर रहा है वह जबरिया मौत के मुंह में समा जाए परंतु वक्त और हालात कभी-कभी इतना समय नहीं देते कि किसी की जान बचाई जा सके।।