Seltos: किआ ने साल 2019 में सेल्टोस एसयूवी के साथ भारत में कारोबार की शुरुआत की. इसके बाद कंपनी ने अपना पोर्टफोलियो बढ़ाया. करीब 3 साल के सफर में अब किआ के पास पोर्टफोलियो में 5 गाड़ियां हैं, जिनमें सेल्टोस, सोनेट, कार्निवल, कारेंस और ईवी6 शामिल हैं. लेकिन, कंपनी का कहना है कि इन सबसे सबसे ज्यादा किआ सेल्टोस ही बिकती है, जिसके साथ उसने भारत में शुरुआत की थी. किआ की ओर से बताया गया है कि भारत में उसकी कुल बिक्री में 60 फीसदी हिस्सेदारी सेल्टोस की है. तीन सालों में कंपनी सेल्टोस की 3 लाख से ज्यादा यूनिट बेची हैं यानी हर घंटे 11 सेल्टोस एसयूवी बिकी हैं.
किआ ने बताया कि सेल्टोस का सबसे ज्यादा टॉप वेरिएंट बिका है. इसकी कुल बिक्री में टॉप वेरिएंट की हिस्सेदारी 58 फीसदी है जबकि इसके ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाले वेरिएंट की हिस्सेदारी 25 फीसदी है. गौरतलब है कि इसमें पेट्रोल और डीजल, दोनों इंजन ऑप्शन मिलते हैं. यह एसयूवी 1.5-लीटर पेट्रोल (115PS / 144Nm), 1.4-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल (140PS / 242Nm) और 1.5-लीटर डीजल (115PS/250Nm) इंजन ऑप्शन के साथ आती है. इसमें 6-स्पीड मैनुअल, 7-स्पीड DCT, CVT और 6-स्पीड-iMT ट्रांसमिशन का विकल्प मिलता है. बाजार में इसका सीधा मुकाबला हुंडई क्रेटा से रहता है.
हाल ही में (अगस्त 2022) कंपनी ने सेल्टोस में छह एयरबैग को स्टैंडर्ड रूप से देने का ऐलान किया था. यानी, इसके बेस वेरिएंट में भी 6 एयरबैग मिलेंगे, जो सुरक्षा के लिहाज से एक अच्छा कदम है. यह सेगमेंट फर्स्ट फीचर है. किआ इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और हेड ऑफ सेल्स एंड मार्केटिंग हरदीप सिंह बराड ने कहा, “मैंने हमेशा यह कहा है – सेल्टोस हमेशा से ही किआ इंडिया के लिए एक विशेष उत्पाद है. सेल्टोस के साथ, हमने एक बेंचमार्क बनाया और इस सेगमेंट में ग्राहकों की अपेक्षाओं को फिर से परिभाषित किया.”
बराड ने कहा, “सेल्टोस, भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और हमारी क्षमताओं का प्रदर्शन है. इसने डिजाइन, टेक्नोलॉजी और रिफाइनमेंट में उच्च मानकों का निर्माण किया और हमें भारतीय उपभोक्ताओं तक पहुंचने में मदद की.”