रायपुर : CG News : 22 नवंबर को प्रदेश में माओवादियों ने उत्तर बस्तर बंद का आह्वान किया है। वहीं इस बंद का असर कांकेर नारायणपुर और कोंडागांव जिले के अंदरूनी इलाके में देखा गया। प्राइवेट बसों के संचालन भी बंद से, आसपास के इलाकों में सन्नाटा छाया रहा। गत दिनों नक्सलियों ने बीती रात संगम गांव के पीवी-45 में टॉवर की मशीन बॉक्स में आग लगाकर घटनास्थल पर पर्चा छोड़कर चले गए थे। वहीं कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा में नक्सलियों ने यात्री बस से चालक परिचालक को निचे उतारकर बस को आग लगा दी थी।
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मिली जानकारी के अनुसार, डीआरजी के जवानों को नक्सल ऑपरेशन पर भी भेजा गया है। अंदरूनी इलाकों में पुलिस, सीआरपीएफ (CRPF), बीएसफ (BSF) के जवानों ने सर्चिंग बढ़ा दी है। माओवादियों ने पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगते हुए गत दिन पहले माओवादियों ने बैनर-पोस्टर चस्पा कर सुचित किया था कि, पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर कर उनके कुछ साथियों को मार गिराया। जिसका विरोध नक्सली कर रहे हैं।
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विरोध के चलते माओवादियों ने 21 नवंबर को कांकेर जिले में यात्री बसों में आगजनी कर, मोबाइल टावर को उड़ाया था। इसके विरोध में नक्सलियों ने 22 नवंबर को उत्तर बस्तर बंद करवाया है।
नारायणपुर और कोंडागांव में भी नक्सलियो ने कई इलाकों को बंद करवाया है। इस बंद से आसपास के इलाकों में व्यापक असर देखने को मिला। अंतागढ़, कोयलीबेड़ा, पखांजूर, बांदे जाने वाली सभी यात्री बसों को भानुप्रतापपुर में ही रोक दिया गया है। यात्रियों को भी भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा ।