बिलासपुर। CG NEWS : जिले में महुआ शराब पकड़ने गई आबकारी टीम पर महिलाओं ने पथराव कर दिया और उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी। टीम ने दबिश देकर 85 लीटर महुआ शराब के साथ एक आरोपी को पकड़ लिया। उसे गिरफ्तार कर ले जाते देखकर महिलाएं भड़क गईं और हंगामा मचाते हुए पथराव कर दिया। ग्रामीण महिलाओं से बचने के लिए आबकारी विभाग के अफसर व जवान जान बचाकर भागने लगे। इस दौरान भीड़ ने उनकी गाड़ियों में जमकर तोडफोड़ कर दी। इस केस में पुलिस ने हमलावरों पर केस दर्ज कर लिया है। मामला सीपत थाना क्षेत्र का है।
आबकारी विभाग की टीम को पिछले कुछ दिनों से जानकारी मिल रही थी कि सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम भिल्मी में महुआ से कच्ची शराब बनाकर बेचने का अवैध कारोबार चल रहा है। इस सूचना पर बुधवार की सुबह आबकारी विभाग की टीम गांव पहुंची, जहां एक ग्रामीण सुमित वर्मा के यहां दबिश दी गई। इस दौरान पुलिस ने उससे 85 लीटर महुआ शराब बरामद किया और आरोपी सुमित वर्मा को पकड़ ली।
ग्रामीणों की जुटी भीड़, घेर कर की पिटाई और फिर पथराव
आबकारी विभाग की टीम में करीब दर्जन भर सदस्य थे, जिनमें उप निरीक्षक आनंद वर्मा, मुकेष पाण्डेय, रमेश दुबे, एश्वर्या मिंज, जनक राम जगत, आबकारी आरक्षक अनिल पाण्डेय, निरंजन डनसेना, कल्याण कहरा, प्रभुवन बघेल एवं उपेन्द्र सिंह सहित अन्य शामिल थे। टीम ने जब सुमित वर्मा को शराब के साथ पकड़ा गया, तब इसकी भनक ग्रामीणों को इसकी भनक लग गई और भीड़ जुट गई। भीड़ ने टीम के सदस्यों को घेर लिया और हंगामा मचाते हुए झूमाझटकी शुरू कर दी। लाठी-डंडा से लैस भीड़ को आबकारी विभाग की टीम के सदस्य समझाइश देने की कोशिश करते रहे। लेकिन, ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने सुमित वर्मा को पकड़कर ले जा रही टीम के साथ मारपीट शुरू कर दी और फिर पथराव शुरू कर दिया। ग्रामीणों की उग्र हालत को देखकर आबकारी विभाग की टीम ने भाग कर अपनी जान बचाई। वहीं, भीड़ ने उनकी गाड़ियों में पथराव कर तोड़फोड़ कर दी।
थाने पहुंच कर दर्ज कराया केस, एक गिरफ्तार
इस घटना के बाद डरे सहमे आबकारी विभाग की टीम सीपत थाना पहुंची। यहां उन्होंने पूरी घटना की जानकारी दी। इसके साथ ही ग्रामीणों के खिलाफ केस दर्ज कराया। TI हरीश तांडेकर ने बताया कि आबकारी विभाग की टीम ने एक आरोपी सुमित वर्मा को पकड़कर आबकारी एक्ट के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया है। वहीं, सीपत पुलिस ने अनुराधा सूर्यवंशी, जीतु वर्मा, सीमा वर्मा, अंजनी वर्मा, दिव्यानी वर्मा, सुनिता वर्मा सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। लेकिन, अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।