बिलासपुर : CG Crime : प्रधान आरक्षक के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों के पीएफ खाते में धोखाधड़ी करने वाली ASI को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एएसआई ने फर्जी हस्ताक्षर माध्यम से 59 लाख रुपये निकाल लिए थे। शिकायत मिलने पर एसपी पारुल माथुर ने मामले की जांच के आदेश दिए। जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर एएसआई और प्रधान आरक्षक के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस बीच दोनों फरार हो गए थे। पुलिस ने प्रधान आरक्षक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। वहीं, एएसआई की तलाश की जारी थी। सिविल लाइन पुलिस ने रविवार को ओड़िशा के पदमपुर में घेराबंदी कर महिला एएसआई को गिरफ्तार कर लियाहै।
इन्ह्ने भी पढ़ें : Girl child rape : नर्सरी की बच्ची से दुष्कर्म मामले में स्कूल बस ड्राइवर को उम्रकैद, महिला केयर टेकर को 20 साल की सजा
तोरवा में रहने वाली मधुशीला सुरजाल एसपी कार्यालय में ASI पद पर पदस्थ थी। इस दौरान उसने प्रधान आरक्षक संजय श्रीवास्तव के खाते में रुपये नहीं होने के बाद भी 15 लाख रुपये निकाल लिए। इसी तरह उसने अन्य पुलिसकर्मियों के खाते से भी रुपये निकाले। उसने एसपी के फर्जी हस्ताक्षर और सील भी लगाए। साथ ही बैंक के फर्जी चालान प्रस्तुत किए। जांच के दौरान मामले का खुलासा होने पर SP पारुल माथुर ने मामला दर्ज करने के निर्देश दिए।
सिविल लाइन पुलिस जुर्म दर्ज कर आरोपित प्रधान आरक्षक और एएसआई की तलाश कर रही थी। बीते दिनों पुलिस ने प्रधान आरक्षक संजय श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। इस बीच एएसआइ का सुराग नहीं मिल रहा था। जांच के दौरान पता चला कि महिला एएसआई ओडिशा के पदमपुर में रह रही है। रविवार को जवानों ने ओडिशा में घेराबंदी कर फरार एएसआई को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को उसे थाने लाकर न्यायालय में पेश किया गया है।