रायपुर। CG VIDHANSABHA : छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का आज छठवां दिन है। प्रश्नकाल में कांग्रेस सदस्य मोहन मरकार के सवाल पर जहां सरकार घिरी नजर आई, तो शून्यकाल में विपक्षी सदस्य अजय चंद्राकर और बृजमोहन अग्रवाल ने राज्यपाल के अभिभाषण में छेड़छाड़ किए जाने का मुद्दा उठाया। इस मामले को सदन का माहौल जोरदार तरीके से गर्मा गया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही 10 मिनट के स्थगित की गई।
छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 1 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरु हुआ। विपक्षी सदस्यों अजय चंद्राकर और बृजमोहन अग्रवाल का आरोप है कि सदन में राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से जो अभिभाषण पढ़ाया गया है, उसके हिन्दी और अंग्रेजी वर्जन में लाइनों का अंतर है। आरोप है कि अंग्रेजी में एक लाइन बढ़ाई गई है, तो हिन्दी में बढ़ा—चढ़ाकर पढ़वाया गया है।
इतना ही नहीं, विपक्ष ने शून्यकाल में इस मुद्दे पर और जोर देते हुए सरकार को बुरी तरह से घेरने की कोशिश की। विपक्ष का आरोप है कि सदन में 1 मार्च को राज्यपाल ने जिस अभिभाषण को पढ़ा, दरअसल उसकी प्रतिलिपियां सदस्यों को वितरित नहीं की गई।
सदन और राज्यपाल के अपमान का आरोप
इस मसले पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि विधानसभा के इतिहास में इससे बड़ी धोखाधड़ी पहले कभी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्यपाल से गलत अभिभाषण पढ़वाया है, तो मूल बात यह है कि विधानसभा में गलत करने का प्रयास किया गया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह विधानसभा और राज्यपाल का अपमान है। जिसके बाद सदन में जोरदार हंगामा शुरु हो गया और फिर सदन की कार्रवाई को 10 मिनट के लिए स्थगित किए जाने की घोषणा की गई।