रायपुर। International Labour Day : छत्तीसगढ़ में कहावत है कि जैसे खाए अन्न वैसा होय मन। यह कहावत बिलकुल छत्तीसगढ़ में सही उतरती है। बोरे-बासी एक सरल और सहज भोजन है। वैसे ही छत्तीसगढ़ के लोग भी सीधे-साधे लोग हैं, इसलिए कहा जाता है कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के सीधे साधे श्रमिकों और किसानों का मान बढ़ाने के लिए मजदूर दिवस के दिन लोगों से बोरे-बासी खाने की अपील की है। यह अपील लोगों को भावनात्मक और सांस्कृतिक रूप से जोड़ने का भी काम कर रही है। राज्य में छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक वैभव को पिछले चार सालों में नया क्षितिज मिला है। राज्य में मनाए जाने वाले ठेठ छत्तीसगढ़िया त्योहारों का मान बढ़ा है। मुख्यमंत्री निवास में तीजा, पोरा हरेली त्योहारों को मनाए जाने से लोगों में गर्व की अनुभूति हुई है।
सीएम बघेल ने की थी अपील
1 मई को श्रमिक दिवस के अवसर पर ‘बोरे-बासी’ खा कर श्रम का सम्मान बढ़ाने और अपनी गौरवशाली संस्कृति पर गर्व करने की अपील की है। इस श्रमिक दिवस पर आइए, बोरे-बासी खा कर श्रम का सम्मान करें…अपनी समृद्ध संस्कृति पर अभिमान करें। साथ ही तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया में #HamarBoreBaasi के साथ शेयर जरुर कीजिए, हमें इंतज़ार रहेगा।
यहाँ बना सकते है प्रोफाइल फोटो
गर्व से खाइए बोरे बासी और अपनी प्रोफाइल फोटो को दीजिए आकर्षक अवतार , नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें और शामिल हों अपने खान पान के गौरव के इस उत्सव में।