रायपुर। RAIPUR NEWS : अभनपुर में निजी स्कूल की मनमानी से 60 आरटीई के बच्चों का भविष्य खतरे में आ गया है। पूरा मामला अभनपुर के ग्रेसियस पब्लिक स्कूल का है, जहां पर 2022-23 में एक संस्था जिसका नाम द ग्रेसियस स्कूल के नाम से चालू की गई है, जिसके बाद ग्रेसियस पब्लिक स्कूल के पेबल बच्चों को शिफ्ट कर दिया गया, यानी जिन बच्चो के पालक फीस जमा कर रहें है उन्हे नई जगह पर सिफ्ट किया गया। वहीं आरटीई के बच्चे पुराने ग्रेसियस पब्लिक स्कूल में ही पढ़ रहे थे, जिसके 1 साल बाद अब संस्था के संचालक ने स्कूल को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। अब 60 बच्चों का भविष्य खतरे में अटक गया है कि वह कहां जाएंगे। बड़ी बात तो यह है कि स्कूल संचालक के द्वारा कोई भी जवाब नहीं दिया जा रहा है, यहां तक कि उन्हें फोन करने पर भी वह फोन नहीं उठाते हैं।
स्कूल में पदस्थ प्राचार्य का कहना है कि हमने नया रजिस्ट्रेशन कराया है, जिसके तहत हमारे पास उन बच्चों को लेने का अधिकार नहीं है, साथ ही बड़ी बात तो यह है कि बच्चे आखिर इस अवस्था में कहां शिक्षा प्राप्त करेंगे, इस मामले पर अभनपुर विधायक इंद्र कुमार साहू ने भी कहा है कि यह बिल्कुल ही गलत बात है और इस पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं एक साल से यह मामला चल रहा है, इसके बाद भी आज तक स्कूल प्रबंधन पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है, वहीं लीपा पोती की जा रही है, अभी भी जिस नई संस्था की बात स्कूल प्रबंधन कर रहा है वहां पर भी बच्चों के लिए कोई पर्याप्त सुविधा नहीं है, इससे तो ऐसा लग रहा है कि स्कूल प्रबन्धन को किसी का कोई डर ही नहीं है या वो बिल्कुल सही है। बड़ी बात यह है कि नई सस्था के भी बच्चों को निर्माणधीन बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया है, वहीँ बच्चों को वॉशरूम के लिए भी सही व्यवस्था प्राप्त नहीं हो पाई है। पालकों ने स्कूल के बाहर भी प्रदर्शन किया और स्कूल के बाहर नारेबाजी में की विकासखंड शिक्षा अधिकारी के पास भी शिकायत की गई है, साथ ही कुछ दिन पूर्व शिक्षा मंत्री के पास भी इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है, देखने वाली बात यह होगी कि आखिर इस तरह के प्राइवेट स्कूल प्रबंधनों पर क्या कार्रवाई होती है ताकि यह दोबारा इस तरह से किसी बच्चों का भविष्य के साथ खिलवाड़ न करे। जो बच्चे आरटीई के तहत वहां पर पढ़ रहे थे वह आखिर अब इस अवस्था में कहां जाएंगे और उनकी शिक्षा कैसे प्राप्त होगी।