सांची।सांची महोत्सव के पहले दिन शाम को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति मंत्री किरण रिजिजू शामिल हुए। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, डॉ सुपाचाई वेरोचिंग, पूर्व मंत्री सांची विधायक डॉ प्रभुराम चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंत मीणा, सांची नगर परिषद अध्यक्ष पप्पू रेवाराम, जनपद पंचायत सांची अध्यक्ष अर्चना पोर्ते एवं श्रीलंका महाबोधि सोसायटी के प्रेसिडेंट बानगल उपतिस्स नायक थेरो प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री जी इस कार्यक्रम में आना चाहते थे लेकिन पूर्व कार्यक्रम उड़ीसा में होने के कारण वे नहीं आ सके मुझे उन्होंने यहां भेजा। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के बाद मैं दूसरा बौद्ध हूं जिसे केंद्र में मंत्री बनाया गया। मैं दिल्ली से जब रवाना हुआ तो सोच रहा था कि सांची में रहने वाले लोग विशेषकर आसपास के लोग उन्हें यह एहसास है या नहीं कि वो कितनी महत्वपूर्ण जगह पर रहते हैं। ये सांची का स्तूपा यहां की पवित्रता जो है उसका ज्ञान देश विदेश में सबके में मन में होता है वे चाहते हैं कि सांची आए। जो बौद्ध होता है उसका एक सपना होता है कि हम सांची आए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सम्राट अशोक जब देश को चलाते थे तब उन्होंने बुद्ध का संदेश भारत से बाहर श्रीलंका सहित एशिया के अन्य देश तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि 2014 में जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने यूनाइटेड नेशन के मंच पर सबसे बड़ा संदेश दिया और कहा कि भारत ने दुनिया की युद्ध नहीं बुद्ध दिया है।