मीलो पैदल चल गरियाबंद कलेक्टर निलेश क्षीरसागर एंव डीएफओं मंयक अग्रवाल ग्रामीणाें की समस्याओं से हुए रूबरू,
कलेक्टर निलेश क्षीरसागर को अचानक अपने बीच पाकर ग्रामीण हो गये गदगद
गरियाबंद जिले के नए कलेक्टर निलेश क्षीरसागर और वन मंडलाधिकारी मंयक अग्रवाल बीहड दुर्गम मार्ग तय कर ग्राम पंचायत बारूका के आश्रित ग्राम गाहन्दर पहुचे ,दोनों युवा अधिकारियों ने रास्ते में लगभग 05 किलोमीटर पथरिली पहाडी चिगरापगार को पैदल चल कर पार किया । जंहा वह प्राकृतिक नजारों को अपने निजी कैमरे में कैद करते चल रहे थे । गाहन्दर यहा के ग्रामीणों ने कभी नही सोचा होगा की जिले का मुखिया उनका क्षेत्र में विकास कार्यो का जायजा लेने खुद ही पहुच जायेगे । गांव में पहुचे कलेक्टर ने ग्रामीणों के साथ बैठ के समस्याएं साझा की और गावँ में पहुचने वाले सरकारी योजनाओं को चौपाल लगा कर ग्रामीणों से बात की । बेहद दुर्गम पगडंडी नुमा रास्ते से कलेक्टर के साथ डीएफओं मयंक अग्रवाल भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे थे ।
गाहन्दर के आदिवासीयो ने कलेक्टर एंव डीएफओं का रिति रिवाज के अनुसार स्वागत किया इस दौरान गांव के रंगमंच में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओ को जिले के आला अफसरों ने सुना और कई समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया, साथ ही जल्द ही इस गांव के विकास के लिए कार्ययोजना तैयार करने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर निलेश क्षीरसागर लगातार दुरस्थ वनांचल क्षेत्रो के अचानक दौरे पर पहुचते है और शासन की योजनाओं की समीक्षा करते है वंही सरकार की योजनाओं जिले के अंतिम व्यक्ति तक पहुचाने के लिए प्रयासरत नजर आते है, कलेक्टर द्वारा लगातार मैनपुर देवभोग क्षेत्र के ओडिसा सीमा क्षेत्रों का भी दौरा किया जाता है ।